UP News: बिजनौर में कर्ज से परेशान पूरे परिवार ने खाया जहर, गांववालों ने पहुंचाया अस्पताल; मां-बेटी की मौत
बिजनौर के टंढेरा गांव में एक परिवार के चार सदस्यों ने छह लाख से अधिक के कर्ज और कर्जदाताओं के दबाव के कारण जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। इस घटना में मां और एक बेटी की मौत हो गई, जबकि पिता और दूसरी बेटी को गंभीर हालत में मेरठ रेफर किया गया है।

जागरण संवाददाता, बिजनौर। थाना क्षेत्र के गांव टंढेरा में एक ही परिवार के चार सदस्यों ने गुरुवार की सुबह जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। ग्रामीणों ने सभी स्वजन की हालत खराब होने पर उन्हें सीएचसी में भर्ती कराया।
जहां गंभीर हालत देखते हुए सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां उपचार के दौरान मां-बेटी की मौत हो गई, जबकि पिता और एक पुत्री को गंभीर हालत में मेरठ के लिए रेफर किया गया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि है परिवार पर छह लाख से अधिक का कर्ज था।
गांव टंढेरा निवासी 52 वर्षीय पुखराज प्रजापति और उसकी पत्नी 50 वर्षीय रमेशिया, पुत्री 17 वर्षीय अनिता और 19 वर्षीय शीतू की गुरुवार की सुबह अचानक तबीयत खराब हो गई। शोर सुनकर पुखराज के घर पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने चारों स्वजन को अपनी गाड़ी से सीएचसी नूरपुर में भर्ती कराया। ग्रामीणों ने बताया कि पुखराज ने अपनी पत्नी और दोनों बेटियों के साथ जहर खा लिया है।
उधर, सीएचसी पर हालत गंभीर देखते हुए सभी जिला मेडिकल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। अस्पताल में उपचार के दौरान महिला रमेशिया और बेटी अनीता की मौत हो गई, जबकि पिता और दूसरी पुत्री की गंभीर हालत देखते हुए उन्हें मेरठ के लिए रेफर कर दिया।
एसपी अभिषेक झा ने बताया कि परिवार पर करीब छह लाख से अधिक का कर्ज था। जिससे स्वजन काफी परेशान थे। इसी कारण पूरे परिवार ने आत्मघाती कदम उठाया है।
एसपी भी पहुंचे अस्पताल, तब भी नहीं आई एंबुलेंस
घटना की सूचना पर एसपी अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इस दौरान चारों की हालत गंभीर देखते हुए मेरठ के लिए रेफर कर दिया, लेकिन 40 मिनट तक एंबुलेंस ही नहीं आई।
इस कारण महिला और एक बेटी की अस्पताल में ही मौत हो गई। बाद में एसपी की फटकार के बाद एंबुलेंस आई और पिता और पुत्री को गंभीर हालत में मेरठ के लिए रवाना किया जा सका।
बढ़ते दबाव के कारण उठाया कदम
पुखराज के परिवार ने समूह से कर्ज लिया था। लेकिन चुकाने में दिक्कत आ रही थी। मजदूरी कर परिवार का पालन करने वाले पुखराज ने परिवार के साथ मिल मेहनत कर कर्ज उतारने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन कर्ज बढ़ता रहा। उधर, कर्ज देने वालों ने भी दबाव बनाना शुरू कर दिया, जिससे परेशान होकर पुखराज ने अपने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने का फैसला कर लिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।