गोष्ठी में बताई वृक्षों की उपयोगिता
बिजनौर, जेएनएन। नवचेतना सेवा संस्थान में रविवार को गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में वक्ताओं ने वृक्षों के अधिक कटान से हो रही जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम एवं वृक्षों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। रोडवेज के निकट नवचेतना सेवा संस्थान में हुई गोष्ठी में मुख्य अतिथि विश्नोई समाज के धर्मगुरु प्रणवानंद महाराज ने कहा कि विश्नोई समाज ने राजस्थान में खेजडी के बाग में सर्वप्रथम अमृतादेवी विश्नोई एवं उनके संपूर्ण परिवार तथा विश्नोई समाज के अन्य लोगों ने वृक्षों के साथ सटकर चिपको आंदोलन की शुरुआत की थी। विशिष्ट अतिथि वर्धमान कालेज के पूर्व प्राचार्य डा. जीआर गुप्ता एवं समाजसेवी तथा अध्यापक डा. राजीव कुमार विश्नोई, डा. विशाल शर्मा, ए डा. सुनील पवार, डा. पंकज भटनागर ने लगातार वृक्षों के कटान होने के कारण हो रही जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभाव पर प्रकाश डाला। इस मौके पर डा. नीलाक्षी विश्नोई, मैनेजर निकुंज शर्मा ने अधिक से अधिक पौधे लगाने का आह्वान किया। महेंद्र सिंह, अक्षिता विश्नोई, अनुज कुमार, कुनाल, ऐना विश्नोई, मीनाक्षी चौधरी, संजीव कुमार, कृष्णा चौधरी, गुरदीप सिंह, साक्षी विश्नोई, अक्षिता विश्नोई आदि लोग मौजूद रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।