कोतवाली देहात से लेकर पोस्टमार्टम हाउस तक भड़का आक्रोश
कोतवाली देहात थाने से लेकर जिला अस्पताल तक परिजनों जमकर हंगामा किया। आक्रोशित परिजन जिला अस्पताल में पहुंच गए और शव को वापस ले जाने लगे। इस दौरान पुलि ...और पढ़ें

बिजनौर,जेएनएन:
कोतवाली देहात थाने से लेकर जिला अस्पताल तक परिजनों जमकर हंगामा किया। आक्रोशित परिजन जिला अस्पताल में पहुंच गए और शव को वापस ले जाने लगे। इस दौरान पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर शांत किया।
चेकिग में पुलिस की पिटाई से मौत के बाद परिजनों व ग्रामीणों में गुस्सा फूट पड़ा। पुलिस की कार्यशैली को लेकर जबरदस्त आक्रोश था। पुलिस ने कोतवाली देहात थाने में शव रखकर हंगामा किया तो उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। शव को जबरन उठाकर जिला अस्पताल भेज दिया। अस्पताल पहुंचे परिजनों ने शव को वापस कोतवाली देहात ले जाने के लिए लेकर चल दिए। इस पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस पर महिलाओं ने हंगामा करते हुए पुलिस को खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। महिलाओं ने चींख-चींखकर कार्रवाई की मांग की। मृतक की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था। वह कई बार बेहोश हुई। सिविल लाइन चौकी इंचार्ज ने बमुश्किल शव को मोर्चरी में रखवाया।
जिला अस्पताल में ग्रामीणों ने पिटाई के निशान दिखाए। उनका कहना है कि पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान तमाशबीन लोगों के साथ भी मारपीट की गई। फिलहाल जिला अस्पताल में फोर्स लगा दी गई।
बच सकती थी बिजेंद्र की जान?
परिजनों का कहना है कि जब वह मौके पर पहुंचे तो बिजेंद्र बेहोश पड़ा हुआ था। उसे ई-रिक्शा में डालकर डॉक्टर के पास ले गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि समय से पुलिस उन्हें डॉक्टर को दिखा देते है, तो जान बच सकती है। पुलिस चेकिग में व्यस्त रही।

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