शहीद भगत सिंह चौक का जीर्णोद्धार शुरू
धामपुर में नगर में मुख्य बाजार स्थित शहीद भगत सिंह चौक का जीर्णोद्धार शुरू किया गया है। यह तीसरा चरण है इससे पहले वर्ष 1976 से अब तक दो बार जीर्णोद्धार हो चुका है। लंबे समय से नगरवासी इसकी मांग कर रहे थे। अब नगर पालिका ने इसे आधुनिक रूप देने के लिए करीब 13 लाख रुपये की योजना बनाई है।

बिजनौर, जेएनएन। धामपुर में नगर में मुख्य बाजार स्थित शहीद भगत सिंह चौक का जीर्णोद्धार शुरू किया गया है। यह तीसरा चरण है, इससे पहले वर्ष 1976 से अब तक दो बार जीर्णोद्धार हो चुका है। लंबे समय से नगरवासी इसकी मांग कर रहे थे। अब नगर पालिका ने इसे आधुनिक रूप देने के लिए करीब 13 लाख रुपये की योजना बनाई है।
मुख्य बाजार स्थित शहीद भगत सिंह चौक को नगर का हृदय स्थल कहा जाता है। शहीद भगत सिंह की जयंती व बलिदान दिवस सहित पूरे साल में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम इस चौक पर आयोजित होते हैं, लेकिन काफी समय से यह चौक बदहाल अवस्था में था। इसके चारों ओर अतिक्रमण व गंदगी भी रहने लगी थी। लंबे समय से नगरवासी इसके जीर्णोद्धार की मांग कर रहे थे।
पालिकाध्यक्ष राजू गुप्ता की अध्यक्षता में कुछ समय पहले वरिष्ठ समाजसेवी यशपाल तुली, मनोज कात्यायन, जितेंद्र गोयल, भूपेंद्र शर्मा व पीयूष अग्रवाल आदि की आठ सदस्यीय समिति गठित हुई थी। समिति ने विभिन्न बिदुओं पर सुझाव दिए, जिसके बाद टेंडर जारी करके दो दिन पहले जीर्णोद्धार का कार्य शुरू करा दिया गया है।
पालिकाध्यक्ष राजू गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण में वर्ष 1976 में चौक पर शहीदे आजम भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित हुई। जिसके बाद वर्ष 2000 में यहां घंटाघर व सुंदरीकरण कार्य हुआ था। अब करीब 22 साल बाद तीसरे चरण में कार्य कराया जा रहा है। जिसमें प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए सीढ़ी व चारों तरफ शीशा, चौक के चारों ओर स्टील की रेलिग, घंटाघर की नई घड़ियां, आधुनिक लाइट व सुंदर पौधों आदि की व्यवस्था की जाएगी। इसका कार्य अगले दो महीनों में पूरा हो जाएगा। दूसरी डोज के नौ माह बाद लगेगी बूस्टर डोज
बिजनौर, जेएनएन। हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर एवं 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बीमार लोगों को 10 जनवरी से कोरोना से बचाव की बूस्टर डोज लगाई जाएगी। बूस्टर डोज नौ माह अथवा 39 सप्ताह पूर्ण होने के पश्चात ही लगाई जाएगी।
कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मरीजों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। हालांकि अभी तक जिले में ओमिक्रोन का कोई रोगी नहीं मिला है। लेकिन शासन के निर्देश पर 10 जनवरी से कोरोना से बचाव की बूस्टर डोज लगाई जानी है। बूस्टर डोज की पहली कड़ी में फ्रंट लाइन वर्कर, हेल्थ केयर वर्कर एवं 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के शासन ने निर्देश दिए हैं। बूस्टर डोज केवल उन्हीं लोगों को लगाई जाएगी जिनकी दूसरी डोज लगवाने की अवधि नौ माह अथवा 39 सप्ताह बीत चुके है। 60 वर्ष अथवा उससे अधिक आयु वर्ग के वह सभी व्यक्ति जो गंभीर रोग से पीड़ित हैं और उन्हें कोरोना से बचाव की दोनों खुराक लग चुकी है को चिकित्सीय सलाह पर बूस्टर डोज लगाई जाएगी।
इन वरिष्ठ नागरिकों को बूस्टर डोज लगवाने के समय चिकित्सक से मिला कोई प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है। उक्त के अतिरिक्त निर्वाचन डयूटी पर तैनात किए जाने वाले कर्मचारी भी बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। इनके अतिरिक्त जो हेल्थ केयर वर्कर व फ्रंट लाइन वर्कर सामान्य नागरिक की तरह कोविड पोर्टल पर पंजीकृत हैं, वह विभागीय प्रमाणपत्र दिखाकर बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। वैक्सीनेशन के लिए आनलाइन पंजीकरण एवं मौके पर ही पंजीकरण कराकर बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डा. अशोक कुमार का कहना है कि बूस्टर डोज की तैयारी कर ली गई है। शासन के निर्देश के अनुसार ही बूस्टर डोज लगाई जाएगी।
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