जिस बहन का नहीं भाई, उसके लिए हाजिर हमारी कलाई
बिजनौर : भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक है। बहनें अपने भाई की कलाइ
बिजनौर : भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक है। बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी सजाने के लिए उल्लासित हैं। कुछ बहनें ऐसी भी हैं, जिनका कोई भाई नहीं है। ऐसी बहनों को रक्षापर्व पर खुशी देने के लिए शहर के कुछ युवाओं ने बीड़ा उठाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अभियान शुरू कर ऐसी लड़कियों और महिलाओं को अपनी कलाई पर राखी बांधने के लिए आमंत्रित किया है।
अभियान का ये है मकसद
गांव शादीपुर निवासी रोहित गुप्ता विनीत कुमार और शुभम आदि ने फेसबुक पर एक मुहिम शुरू की है, जिसका नाम है-'जिस बहन का नहीं है कोई भाई, उसके लिए हाजिर हमारी कलाई'। रोहित कहते हैं कि इसका उद्देश्य रक्षापर्व पर सभी को खुशी देना है। उनकी दो सगी बहनें उन्हें राखी बांधती हैं लेकिन तमाम महिलाएं एवं लड़कियां हैं, जिनके कोई भाई नहीं है। वह ऐसी महिलाओं व लड़कियों से राखी बंधवाकर उन्हें खुश देखना चाहते हैं। 100 से ज्यादा युवा इस मुहिम से जुड़े चुके हैं। कहते हैं, वह इस मुहिम को केवल फेसबुक तक ही नहीं बल्कि समाज में भी लाना चाहते हैं।
युवाओं की अच्छी पहल
वर्धमान कालेज की पूर्व प्राचार्या डा. मीना बख्शी कहती हैं-यह अच्छी बात है कि युवा इस दिशा में सोच रहे हैं। बढ़ती कटुता को रिश्तों की डोर मजबूत करके ही कम किया जा सकता है। सोशल मीडिया बड़ा प्लेटफार्म है। युवाओं का यह कदम सराहनीय है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।