अपने आए नहीं, पुलिस भूल गई और डेढ़ माह तक इंतजार करता रहा शव, जांच के बाद एसपी ने हेड मोहर्रिर को किया निलंबित
बिजनौर में एक लावारिस शव 45 दिनों तक मोर्चरी में रखा रहा। सीएमओ के पत्र के बाद एसपी ने हेड मोहर्रिर को निलंबित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव ...और पढ़ें

बिरेंद्र देशवाल, बिजनौर। सिस्टम का हाल देखिए। मोर्चरी में रखा एक व्यक्ति का शव लापरवाह सिस्टम का इंतजार देखता रहा। शिनाख्त के लिए न कोई अपना आया और पुलिस भी शव को मर्चरी में रखकर भूल गई। 45 दिन तक शव मुर्दाघर की मोर्चरी में रखा रहा।
करीब डेढ़ माह बाद पता चला कि इस लावारिश शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार भी होना है। तब सीएमओ ने इस संबंध में एसपी को एक पत्र लिखा तो हलचल मची।
एसपी ने लापरवाही करने पर शहर कोतवाली में तैनात हेड मोहर्रिर को निलंबित कर दिया है। साथ ही शव का पोस्टमार्टम कराकर मंगलवार को गंगा बैराज घाट पर शव का अंतिम संस्कार भी करा दिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र में नूरपुर स्टेट हाईवे पर 15 अप्रैल को सड़क दुर्घटना में घायल 45 वर्षीय व्यक्ति पड़ा मिला था। शहर कोतवाली पुलिस ने घायल को मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया।
सप्ताह भर तक घायल का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार चला। लेकिन 22 अप्रैल को उपचार के दौरान घायल व्यक्ति की मौत हो गई। हालांकि इस दौरान कोई भी व्यक्ति घायल के संबंध में जानकारी करने के लिए पुलिस या अस्पताल नहीं आया।
शव की पहचान नहीं होने पर मेडिकल स्टाफ ने शहर कोतवाली पुलिस को सूचना देते हुए शव को पोस्टमार्टम हाउस पर के फ्रीजर में रखवा दिया। क्योंकि, नियम के अनुसार पहचान के लिए 72 घंटे तक शव पोस्टमार्टम हाउस में रखा जाता है।
इस दरम्यान पहचान नहीं होने पर शव का पुलिस की ओर से लावारिश में अंतिम संस्कार दिया जाता है। शव को मर्चरी में रखने के बाद भी पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भूल गए।
करीब 45 दिन बाद मामला सीएमओ तक पहुंचा तो सिस्टम की नींद टूटी। सीएमओ ने शव रखा होने को लेकर एसपी अभिषेक झा को पत्र लिखा।
मामला एसपी के संज्ञान में आने पर पुलिस में हलचल मची और सीओ सिटी राकेश वशिष्ठ से जांच कराई गई।
एसपी ने लापरवाही पर हेड मोहर्रिर चेतन को निलंबित कर दिया। साथ ही मंगलवार को शहर कोतवाली पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
स्वास्थ्य विभाग की कोई लापरवाही नहीं हैं। घायल व्यक्ति की मौत के बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। जब पुलिस पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार कराने के लिए नहीं आई। इस संबंध में एसपी को एक पत्र लिखा गया।
-डाॅ. कौशलेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बिजनौर
पुलिस काे समय से पोस्टमार्टम कराना चाहिए था। इस संबंध में सीएमओ द्वारा सूचना मिली दी गई। प्रारंभिक जांच के बाद लापरवाही पर हेड मोहर्रिर को निलंबित कर दिया गया है। ऐस प्रकरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
-अभिषेक झा, एसपी

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