Biodiversity Park : सर्वे कराया तो अधिकारी भी रह गए हैरान...इस जिले में बिखरी पड़ी है जैव विविधता
बिजनौर के विदुरकुटी में बन रहे महात्मा विदुर बायोडायवर्सिटी पार्क में जैव विविधता का खजाना मिला है। यहाँ 17 प्रजाति की तितलियाँ और दो दर्जन से अधिक प्रजाति के पक्षी पाए गए हैं। पार्क में हर्बल गार्डन और तितली पार्क भी बनाए जाएंगे। यह क्षेत्र पर्यटन के लिए भी अपार संभावनाएं प्रदान करता है।

बिजनौर में महात्मा विदुर बायोडायर्सिटी पार्क में बैठी ग्रे पैंसी तितली। सौ. नवजोत सिंह
जागरण संवाददाता, बिजनौर। हमारे आसपास कितनी जैव विविधता हो सकती है इसके बारे में हम न जानते हैं और न ही सोचते हैं। वन विभाग द्वारा विदुरकुटी के पास बनाए जा रहे महात्मा विदुर बायोडायवर्सिटी (जैव विविधता) पार्क में सर्वे कराया गया तो वन अधिकारी भी हैरान हैं। इस खादर क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक प्रजाति कीं तितली, पेड़, घास और कई तरह के वन्यजीव मिले हैं। यहां तक कि जहरीले सांपों का भी यहां डेरा है। बायोडायवर्सिटी पार्क में मिले वन्यजीवों कीं प्रजाति जिले की शानदार जैव विविधता को दर्शाते हैं। विदुरकुटी के पास गंगा की रेती में हजारों हेक्टेयर भूमि में फैला खादर क्षेत्र है।
पर्यटन की अपार संभावना
विदुरकुटी पर लगभग 60 हेक्टेयर भूमि को बायोडायवर्सिटी पार्क के लिए चिह्नित किया गया है। यहां के कुछ क्षेत्र को लोगों के लाने के लिए तैयार किया जाएगा। वन विभाग की टीम को भी पता लगाना था कि बायोडायवर्सिटी पार्क में किस प्रजाति के पेड़-घास, तितली व अन्य वन्यजीव हैं। सहायक वन संरक्षक ज्ञान सिंह ने वनस्पति व जंतु विज्ञान विशेषज्ञों द्वारा यहां सर्वे कराया। सर्वे में विशेषज्ञों को यहां जैव विविधता का खजाना मिला है। जिले के इस बहुत छोटे से हिस्से में पेड़ों और घास की लगभग 60 प्रजाति मिले हैं। इसके अलावा एक दर्जन से अधिक प्रजाति के पक्षी व वन्यजीव मिले हैं। हम तितली में भेद नहीं कर सकते जबकि यहां पर 17 प्रजाति की रंग-बिरंगी तितली दिखी हैं।
60 हेक्टेयर भूमि में बना है पार्क
बायोडायवर्सिटी पार्क 60 हेक्टेयर भूमि में बना है। इसके 70 प्रतिशत हिस्से को ऐसे ही रखा जाएगा। बाकी हिस्से में जनता के लिए हर्बल गार्डन, कछुओं की हैचरी, तितली पार्क नेचर ट्रेल आदि बनाए जाएंगे। इन प्रजातियों की तितलियां मिली महात्मा विदुर बायोडायवर्सिटी पार्क में प्लेन टाइगर बटरफ्लाई, कामन क्रो बटरफ्लाई, इमीग्रेंट बटरफ्लाई, ड्रेगनफ्लाई, कामन बैंडेड, लाइम बटरफ्लाई, स्माल ग्रास यीलो, स्माल सेलमन एरन, मोटिल्ड एमीग्रेंट, डेनेइड एगफ्लाई, कामन सिल्वरलाइन, लेमन पेंसी, येलो पेंसी, स्ट्रिप्ड टाइगर, प्लेन टाइगर बटरफ्लाई, स्माल ग्रास येलो, केबेज व्हाइट प्रजाति की तितली दिखी हैं।
मिले ये वन्यजीव
महात्मा विदुर बायोडायवर्सिटी पार्क में नीलगाय औरा गीदड़ से लेकर लोमड़ी तक दिखी हैं। साथ हीी कौए, ग्रे फ्रेंकोलिन, ग्रेट इग्रेट, किंगफिशर, इंडियन मायना, कोरमोंट आदि 25 प्रजाति के पक्षी दिखे हैं। यहां सेंड बोआ, इंडियन रेट स्नेक, स्पेकटिकल्ड कोबरा आदि।
वन्यजीवों की पूरी दुनिया है
बायोडायवर्सिटी पार्क में चिड़ियां, तितली व वन्यजीवों की पूरी दुनिया सी मिली है। एक छोटी सी जगह में पेड़ों, घास, वन्यजीवों और तितली की इतनी प्रजाति मिलना शानदार है। पार्क में लोगों के घूमने आदि की व्यवस्था भी जल्दी ही की जाएगी। जय सिंह कुशवाहा, डीएफओ

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