मुर्गी की दावत उड़ाने के लालच में वन विभाग के जाल में फंस गया गुलदार
बिजनौर में वन विभाग ने मुर्गी के लालच में आए एक गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया। नजीबाबाद के ग्रामीणों ने गुलदार को गांव के पास देखने की शिकायत की थी, जिसके बाद वन विभाग ने यह कार्रवाई की। गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे में मुर्गी रखी गई थी। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद गुलदार को जंगल में छोड़ा जाएगा।

वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में गुलदार फंस गया। जागरण
जागरण संवाददाता, बिजनौर। वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में गुलदार फंस गया। गुलदार मुर्गी को खाने के लालच में पिंजरे में आया था। वन विभाग द्वारा गुलदार का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा। उम्मीद है कि बाद में इसे बाहर भेज दिया जाएगा। ग्रामीणों को खेतों में अभी भी सतर्क होकर काम करने को कहा गया है।
नजीबाबाद के गांव महसनपुर में कई दिन से गुलदार दिखाई दे रहा था। गुलदार कई बार गांवों के पास तक आ गया था। ग्रामीणों के कहने पर वन विभाग की टीम ने गुलदार को पकड़ने के लिए खेतों में पिंजरा लगाया था। पिंजरे को गन्ने की पत्ती, पराली आदि से ढक दिया था। गुलदार को ललचाने के लिए पिंजरे के दूसरे हिस्से में मुर्गी बंद की गई थी। गुरुवार सुबह किसान खेतों में काम करने गए तो देखा कि गुलदार पिंजरे में फंसा हुआ था।
वन विभाग की टीम गुलदार को अपने साथ ले जाएगी। गुलदार को पकड़ने के लिए अब वन विभाग द्वारा पिंजरे में बकरी के बजाए मुर्गी बंद की जा रही है। इसका कारण है कि बकरी दिन भर खाने में लगी रहती है और शांत रहती है। जबकि मुर्गी दिनभर बोलती रहती है। मुर्गी की आवाज सुनकर गुलदार पिंजरे की ओर आ जाता है। वन विभाग की टीम लगभग डेढ़ माह में इस तरह दस से अधिक गुलदार पकड़ चुकी है। सहायक वन संरक्षक ज्ञान सिंह ने बताया कि गुलदार का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद गुलदार को बाहर भेजने के लिए शासन से अनुमति मांगी जाएगी। तब तक गुलदार को वन विभाग के रेंज कार्यालय में रखा जाएगा।

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