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    भूसंपत्ति की प्रकृति छिपाकर यूं लगाया सरकार को 8.23 करोड़ का चूना...ऐसे हुआ मामले का राजफाश

    By Navneet Sharma Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Sat, 08 Nov 2025 02:20 PM (IST)

    बिजनौर जिले में भूसंपत्ति की प्रकृति छिपाकर सरकार को 8.23 करोड़ का चूना लगाया गया। आरोपियों ने भूमि की गलत जानकारी देकर राजस्व का नुकसान पहुंचाया। राजस्व विभाग ने जांच शुरू कर दी है और धोखाधड़ी की पुष्टि हुई है। विभाग अब शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।  

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    बिजनौर जिले में भूसंपत्ति की प्रकृति छिपाकर सरकार को 8.23 करोड़ का चूना लगाया गया। (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, बिजनौर। भू-संपत्ति की प्रकृति छिपाकर 424 लोगों ने जनपद में करीब 8.23 करोड़ रुपये की स्टांप चोरी कर ली। चालू वित्त वर्ष में हुई जांच में प्रकरण सामने आए तो अधिकारियों ने भी जांच शुरू की। जांच में घपला पकड़ में आया है। उसके बाद अब चोरी किए राजस्व की वसूली के लिए प्रक्रिया शुरू की है और राजस्व चोरी से संबंधित वाद दायर कर संबंधित को नोटिस जारी किया है।

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    जनपद की अर्थव्यवस्था खेती-किसानी आधारित होने के बाद भी यहां भू-संपत्ति की खरीद-फरोख्त भी खूब हो रही है और खूब राजस्व बरस रहा है, लेकिन तमाम लोग ऐसे भी हैं जो अपनी भू-संपत्ति की प्रकृति छिपाकर बैनामे के समय कम स्टांप लगाते हैं। ऐसे लोग राजस्व की चोरी कर रहे हैं। अप्रैल से अक्टूबर तक ऐसे 1,500 से अधिक प्रकरणों की जांच की गई। इनमें 424 प्रकरण ऐसे सामने आए, जहां स्टांप की चोरी बड़े स्तर पर की गई थी। जिलाधिकारी से लेकर उपनिबंधक अधिकारी ने प्रकरणों की जांच की। जिसके बाद सामने आया कि वित्त वर्ष के शुरू के छह माह में ही 8.22 करोड़ से अधिक की राजस्व चोरी कम स्टांप लगाकर की गई है।

    मौके निरीक्षण ने खोली पोल
    जनपद में भू-संपत्ति के ऐसे प्रकरणों को चयनित किया गया, जहां बड़ा सौदा हुआ था। इसके बाद अधिकारियों ने मौका का निरीक्षण किया तो विभिन्न बहानों से कम स्टांप लगाया गया था। अधिकांश प्रकरण में भू-संपत्ति की प्रकृति छिपाकर स्टांप शुल्क की चोरी की गई थी। कई ने व्यवसायिक संपत्ति को ही गलत तरीके से दर्शाकर बैनामा कराया हुआ था।

    वाद दायर कर भेजे नोटिस
    बड़े स्तर पर राजस्व की चोरी पकड़ में आने के बाद अब वसूली के लिए वाद दायर किए गए हैं। साथ ही संबंधित को नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं। सुनवाई के बाद अर्थदंड लगाने के साथ चोरी किए गए राजस्व की वसूली की जाएगी। चार गुणा तक अर्थदंड लगाने का प्राविधान है। कई लोगों ने कार्रवाई से बचने के लिए अधिकारियों से संपर्क भी करना शुरू कर दिया है।

    इस तरह पकड़ में आई चोरी
    जांच अधिकारी, स्टांप चोरी के प्रकरण, सामने आई चोरी
    जिलाधिकारी,             5,                 19,67,000
    एडीएम प्रशासन,         19,                57,49,000
    एआईजी स्टांप,           70,                1,68,55,000

    उपनिबंधक बिजनौर,     60,                48,18,870
    उपनिबंधक चांदपुर,      78,                1,28,29,610
    उपनिबंधक धामपुर,      35,                40,54,720
    उपनिबंधक नजीबाबाद,  69,                1,89,95,790
    उपनिबंधक नगीना,       88,                1,69,77,205
    कुल,                      424,               8,22,47,215


    तमाम लोग प्रकृति छिपाकर स्टांप कम लगाते हैं और राजस्व की चोरी कर लेते हैं
    भू-संपत्ति का बैनामा कराने के दौरान तमाम लोग प्रकृति छिपाकर स्टांप कम लगाते हैं और राजस्व की चोरी कर लेते हैं। मौके के निरीक्षण के दौरान गड़बड़ी पकड़ में आती है और वाद दायर कर वसूली के लिए नोटिस भेज जा रहे हैं। - आशुतोष जोशी, एआईजी स्टांप