अल्ट्रासाउंड सेंटर खोलने के लिए किया था आवेदन, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में सामने आई सच्चाई… फर्जी निकली डिग्री
बिजनौर में अल्ट्रासाउंड सेंटर के पंजीकरण के लिए सलाहकार के तौर पर नियुक्त चिकित्सक के शैक्षिक और चिकित्सीय प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी ने चांदपुर और नूरपुर थाने में धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। जांच में पता चला कि चिकित्सक का पंजीकरण और डिग्री दोनों ही फर्जी हैं जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, बिजनौर। अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकरण कराने के लिए नियुक्त किये गये सलाहकार के शैक्षिक व चिकित्सीय प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं। डिग्री फर्जी पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी ने थाना चांदपुर व नूरपुर थाने में आरोपित फर्जी चिकित्सक के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
चांदपुर में नूरपुर मार्ग पर चिकित्सालय का संचालन करने वाले डॉ. संदीप चौधरी द्वारा अल्ट्रासाउंड केंद्र खोलने के लिए पंजीकरण हेतु विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया था।
वहीं, कस्बा नूरपुर में वरदान अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन करने के लिए अमरोहा जनपद के कस्बा धनौरा निवासी डॉ. आदित्य कुमार ने भी आवेदन ऑनलाइन कराया था।
दोनों चिकित्सकों ने धामपुर निवासी चिकित्सक अनुराग झा पुत्र हरि कुमार झा को सलाहकार बताते हुए उनकी एमबीबीएस, एमडी डीएनबी की डिग्री व शैक्षिक प्रमाण पत्र के साथ ही चिकित्सक पंजीकरण प्रमाण पत्र दाखिल किया था।
उत्तर प्रदेश मेडिकल कौंसिल लखनऊ की जांच में चिकित्सक का पंजीकरण फर्जी पाया गया। पंजीकरण फर्जी होने का पता लगते ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सक की एमबीबीएस व अन्य डिग्री की जांच के लिए सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय जयपुर राजस्थान से जांच कराई गई तो चिकित्सक की डिग्री भी फर्जी निकली।
वहां के प्राचार्य द्वारा भेजे गये जवाब में इस नाम का कोई छात्र वर्ष 1991 से 1996 के मध्य अध्ययनरत नहीं पाया गया।
चिकित्सक प्रमाण पत्र व डिग्री फर्जी पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डा. कृष्ण कांत राहुल की तहरीर पर पुलिस ने फर्जी चिकित्सक अनुराग झा निवासी एएन केयर एण्ड क्योर हास्पिटल कालागढ़ रोड धामपुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
सीओ देश दीपक ने बताया कि डॉ. अनुराग द्वारा छलकपट घोखाधड़ी, एवं फर्जी शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र तैयार किए गए हैं और स्वास्थ्य विभाग को गुमराह किया गया है।
नोडल अधिकारी की तहरीर पर चांदपुर व नूरपुर थाने में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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