कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर किया काम
पिछले काफी समय से लंबित पड़ी विद्युत कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं हो सका है। इसके विरोध में गुरुवार को कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर काम किया। बाद में उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसई को सौंपते हुए जल्द ही मांगों को पूरा करने की मांग की।

बिजनौर, जागरण टीम। पिछले काफी समय से लंबित पड़ी विद्युत कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं हो सका है। इसके विरोध में गुरुवार को कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर काम किया। बाद में उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसई को सौंपते हुए जल्द ही मांगों को पूरा करने की मांग की।
विद्युत कर्मचारी संगठन मोर्चा से जुड़े पदाधिकारियों की मांगों को लेकर कई बार शासन एवं उच्चाधिकारियों से वार्ता हो चुकी है, लेकिन उनकी समस्याओं का अभी तक समाधान नहीं हो सका है। इसके विरोध स्वरूप कर्मचारियों ने गुरुवार को हाथों में काला फीता बांधकर अपने कार्यालय में काम किया। इसके बाद कर्मचारी संगठन मोर्चा के पदाधिकारियों ने एसई राजेंद्र प्रसाद को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगों से अवगत कराया गया और उनके जल्द समाधान की मांग की। ज्ञापन के माध्यम से कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन योजना बहाली, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की वेतनवृद्धि, विभाग में कार्यरत संविदा, निविदा व कंप्यूटर आपरेटरों को खाली पड़े पदों पर समायोजित करने आदि की मांग की गई।
इसके अलावा भत्तों को संशोधित करते हुए एरियर का भुगतान किए जाने की भी मांग रखी। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसई को सौंपने वालों में महामंत्री मोहम्मद अरशद, निशांक भटनागर, जिलाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल, संजीव कुमार, आदित्य पाल सिंह, राजबीर सिंह, खुर्रम, दीपक, उपदेश, प्रदीप कुमार आदि शामिल रहे। विद्युत आपूर्ति में सुधार की मांग
हल्दौर: पैजनिया बिजलीघर से क्षेत्र के करीब 50 गांवों को विद्युत आपूर्ति की जाती है। इन दिनों बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं। विद्युत आपूर्ति की कटौती के चलते बच्चों की परीक्षा की तैयारियां बुरी तरह प्रभावित हो रही है। परीक्षार्थी विद्युत के अभाव में अपनी परीक्षा की तैयारी कैंडल की रोशनी में करने को मजबूर हैं। इसके अलावा किसानों को ट्यूबवेल चलाने के लिए भी पर्याप्त विद्युत आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। प्राची पाल, रेनू कुमारी, सुशांत सिंह, अक्षय कुमार, धर्मेंद्र, रीना आदि ने बच्चों ने जिलाधिकारी से विद्युत आपूर्ति में सुधार कराए जाने की मांग की है।
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