बिजनौर में बोले थे ही-मैन धर्मेंद्र... जो गुंडों की खाट खड़ी कर दे, मैं वो जाट
बिजनौर में एक रैली को संबोधित करते हुए अभिनेता धर्मेंद्र ने कहा कि वे एक जाट हैं और गुंडों को सबक सिखाने में सक्षम हैं। उन्होंने अपनी जाट पहचान पर जोर दिया और अपराध के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया। धर्मेंद्र के इस बयान ने खूब सुर्खियां बटोरीं।

बिजनौर में एक कार्यक्रम के दौरान अभिनेता धर्मेन्द्र के साथ विधायक स्वामी ओमवेश। जागरण आकाईव
जागरण संवाददाता, बिजनौर। एक समय था जब जिले के लोगों पर फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र का जादू सिर चढ़कर बोला था। बिजनौर में सबसे पुराने सिनेमा हाल में से एक का नाम धर्मेंद्र की फिल्म पत्थर और पायल के नाम पर ही पायल सिनेमा हाल था। धर्मेंद्र 21 वर्ष पूर्व जिले में आए भी थे। उन्होंने यहां लोगों को फिल्म शोले के डायलाग सुनाए थे। कहा था कि जो गुंडों की खाट खड़ी कर दे, मैं वो जाट हूं।
अभिनेता धर्मेंद्र से जिले के भी कुछ लोगों के रिश्ते रहे। सपा विधायक स्वामी ओमवेश और गांव गंगदासपुर निवासी किसान शूरवीर सिंह भी उनमें से हैं। 11 दिसंबर 2004 में स्वामी ओमवेश और शूरवीर सिंह ने जाट महासभा के बैनर तले इंदिरा बाल भवन में एक कार्यक्रम कराया था। अभिनेता धर्मेंद्र और दारा सिंह ने इसमें शिरकत की थी। धर्मेंद्र ने मंच से लोगों को शोले फिल्म के टंकी वाले सीन के खूब डायलाग सुनाए थे। दर्शक उन्हें देख पागल हुए जा रहे थे।
शूरवीर सिंह बताते हैं कि धर्मेंद्र को देखने के लिए भीड़ पागल हुई जा रही थी। उनकी एक झलक पाने के लिए सब बेताब थे। उन्होंने तब एक किस्सा भी सुनाया था। कहा था कि जब वे बीकानेर से चुनाव लड़ रहे थे तो लोगों ने उनसे पूछा था कि वे कैसे जाट हैं। तब उन्होंने कहा था कि जो सबकी खाट खड़ी कर दे, मैं वो जाट हूं।
सपा विधायक स्वामी ओमवेश बताते हैं कि वे धर्मेंद्र से फोन पर बात करते रहते थे। धर्मेंद्र उन्हें बहुत आशीर्वाद देते थे और जिले के लोगों का हालचाल पूछते थे। उन्होंने बिजनौर के रहने वाले फिल्म निर्देशक प्रकाश मेहरा के साथ फिल्म समाधि में भी काम किया था।
धर्मेंद्र की फिल्म के नाम खुला था सिनेमा हाल
बिजनौर में झालू रोड पर लगभग चार पांच दशक पहले सिनेमा हाल खुला था। उस समय शायद यह जिले का दूसरा सिनेमा हाल था। तब इसमें पहली फिल्म पत्थर और पायल ही लगी थी। इसी फिल्म के नाम पर सिनेमा हाल का नाम पायल सिनेमा हाल रखा गया था। काफी वर्ष बाद यह बदलकर साजन सिनेमा हाल हो गया। वर्तमान में यह संचालित नहीं है।
ट्रैक्टर के बैटरे से चलाते थे टीवी
राम बाग घेर निवासी जसवंत सिंह अभिनेता धर्मेंद्र के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। उन्होंने धर्मेंद्र की हर फिल्म देखी है। वे बताते हैं कि तीन दशक पहले जब घरों में इनवर्टर बैटरे नहीं होते थे। बिजली गुल होने पर वे अपने एस्कार्ट ट्रैक्टर पर ब्लैक एंड व्हाइट टीवी रखकर उसकी बैटरी से फिल्म चलाते थे। फिल्म देखने के लिए घेर में लोगों को भीड़ लग जाती थी। ऐसा दौर कभी किसी अभिनेता का न आया और न आएगा।

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