Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गंगा की धारा में शुरू हुई घड़ियालों की गणना

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 25 Feb 2022 11:14 PM (IST)

    गंगा बैराज से नरौरा तक घड़ियाल की गिनती शुरू कर दी गई है। गंगा की धारा के पास व टापू पर कई जगह घड़ियाल धूप सेकते दिखे भी हैं। घड़ियालों के अच्छी खासी संख्या में दिखने से डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की टीम के अफसर भी गदगद हैं।

    Hero Image
    गंगा की धारा में शुरू हुई घड़ियालों की गणना

    बिजनौर, जागरण टीम। गंगा बैराज से नरौरा तक घड़ियाल की गिनती शुरू कर दी गई है। गंगा की धारा के पास व टापू पर कई जगह घड़ियाल धूप सेकते दिखे भी हैं। घड़ियालों के अच्छी खासी संख्या में दिखने से डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की टीम के अफसर भी गदगद हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गंगा की धारा में जलीय जीवों की भरमार है। जलीय जीवों से ही नदियों में जीवन होता है। जलीय जीव नदी में मृत शरीर के अवशेष खाते हैं और खरपतवार को भी साफ करते हैं। इस वजह से जलीय जीवों के संरक्षण पर पहले से ज्यादा काम किया जा रहा है। घड़ियालों की संख्या बढ़ाने के लिए भी काम किया जा रहा है। दो साल पहले भी गंगा में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की टीम ने 70 घड़ियाल छोड़े थे। इनमे 60 मादा और दस नर घड़ियाल थे। ये घड़ियाल छोड़े तो मुजफ्फरनगर की ओर थे, लेकिन गंगा की धारा में विचरण करते हुए ये बिजनौर में विदुर कुटी तक आ गए। विदुर कुटी के पास गंगा की धारा में इन्हें देखा गया था। कोरोना की वजह से दो साल से घड़ियाल की गिनती नहीं हो पाई थी, लेकिन इस बार हालात सामान्य होने पर गणना शुरू की गई है। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के परियोजना निदेशक संजीव यादव के नेतृत्व में टीम ने गंगा में घड़ियालों की गणना बिजनौर से शुरू कर दी है। गंगा की धारा में करीब 135 किलोमीटर तक घड़ियाल की गिनती की जाएगी। संजीव यादव ने बताया कि गंगा में कई जगह घड़ियाल धूप सेकते दिखे हैं।

    यूपी में भी बहाल करें पुरानी पेंशन व्यवस्था

    उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ चेत नारायण ग्रुप की बैठक में माध्यमिक शिक्षकों ने राजस्थान सरकार द्वारा पुरानी पेंशन बहाली के आदेश का स्वागत किया।

    मोहल्ला साहूवान में मंडलीय मंत्री सुधीर अग्रवाल के आवास पर हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा लिया गया निर्णय बहुत अच्छा है। वक्ताओं ने कहा कि पेंशन शिक्षकों एवं कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी है। नई पेंशन योजना कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात है। जिला अध्यक्ष सोमदेव सिंह ने पुरानी पेंशन बहाली आदेश को शिक्षकों एवं कर्मचारियों की एकता संघर्ष त्याग एवं बलिदान का परिणाम बताया। जिला मंत्री महेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था पेंशन की सर्वोत्तम व्यवस्था है। नसीमुद्दीन, नरपाल सिंह, वेदपाल सिंह, पंकज कुमार, सोहेल आबिद, कुंवर सेन गौतम, वीर मलखान सिंह, अमित कुमार, अमित वर्मा आदि उपस्थित रहे।