राज्य महिला आयोग की सदस्य और मुजफ्फरनगर के सीएमओ में हुई रार, आरोप निजी प्रैक्टिस का भी... यह था मामला
मुजफ्फरनगर के सीएमओ डा. सुनील तेवतिया को राज्य महिला आयोग की सदस्य ने चांदपुर के एक निजी अस्पताल में पाया। आरोप है कि वे अस्पताल में मरीज देख रहे थे। इस दौरान दोनों में खूब बहस हुई। सीएमओ का परिवार कस्बे में ही रहता है और उनकी पत्नी वहां अस्पताल चलाती हैं। सीएमओ ने निजी प्रैक्टिस के आरोप को गलत बताया और कहा कि वह छुट्टी पर परिवार से मिलने आए थे।

चांदपुर चिकित्सालय में मुजफ्फरनगर सीएमओ से बात करतीं राज्य महिला आयोग सदस्या। जागरण
संवाद सहयोगी, जागरण, चांदपुर (बिजनौर) : मुजफ्फरनगर के सीएमओ डा. सुनील तेवतिया और राज्य महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल के बीच रविवार को रार हो गई। दरअसल, चांदपुर में सीएमओ तेवतिया की पत्नी नीतू तेवतिया नवजीवन नाम से निजी अस्पताल चलाती हैं। अवकाश के दिन सीएमओ डा. सुनील भी अस्पताल पहुंचे थे। उसी दौरान संगीता जैन भी पहुंच गईं और उन पर प्राइवेट प्रैक्टिस का आरोप जड़ दिया। इस बात को लेकर दोनों के बीच काफी देर तक बहस होती रही। सीएमओ डा. सुनील तेवतिया हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं।
मुजफ्फरनगर सीएमओ डा. सुनील तेवतिया का परिवार लंबे समय से चांदपुर में देवी मंदिर के पास रहता है। राज्य महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल का आरोप है कि वह नवजीवन अस्पताल पहुंचीं तो सीएमओ डा. सुनील तेवतिया मरीजों को देख रहे थे। डा. सुनील तेवतिया ने आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि रविवार को अवकाश था। वह अपने परिवार से मिलने आए थे। इस बीच सीएमओ की पत्नी डा. नीतू तेवतिया भी पहुंच गईं। उन्होंने भी कहा कि डा. सुनील अवकाश की वजह से घर आए हुए थे। मरीज नहीं देख रहे थे। दोनों पक्षों की बीच इस पर काफी देर तक गर्मा-गर्मी होती रही। राज्य महिला आयोग की सदस्य ने मामले की शिकायत उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के समक्ष रखने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि ढाई महीने पहले सीएमओ के निजी प्रैक्टिस करने की शिकायत आई थी। तब उन्होंने जाकर समझाया भी था, लेकिन डा. सुनील नहीं माने।
शिकायत मिलने पर जांच होगी
मामला संज्ञान में नहीं है। ऐसी कोई शिकायत भी नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच कराकर कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भिजवा दी जाएगी।-रणविजय सिंह, प्रभारी डीएम एवं सीडीओ

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