Bijnor News: फर्जी आधार कार्ड से प्रेमी से जेल में मुलाकात करने वाली युवती गिरफ्तार, धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज
किरतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती से दुष्कर्म के मामले में चार माह पहले नजीबाबाद के मोहल्ला सेवाराम निवासी अनिकेत जेल गया था। सोमवार दोपहर वही युवती जिला कारागार में आरोपी युवक से मुलाकात करने पहुंची।

बिजनौर, जागरण संवाददाता। दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद प्रेमी से फर्जी आधार कार्ड पर मुलाकात करने वाली दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ शहर कोतवाली में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने युवती को गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। युवती ने प्रिंयका के नाम से बनाए गए आधार कार्ड से प्रेमी से तीन बार मुलाकात की थी। सोमवार को भी वह मुलाकात कर लौट रही थी, तभी उसे प्रेमी के घर वालों ने पकड़ लिया था।
क्या है पूरा मामला?
किरतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती से दुष्कर्म के मामले में चार माह पहले नजीबाबाद के मोहल्ला सेवाराम निवासी अनिकेत जेल गया था। सोमवार दोपहर वही युवती जिला कारागार में आरोपी युवक से मुलाकात करने पहुंची। जेल से निकलते वक्त युवक के परिजनों ने उसे पकड़ था। जेल के गेट पर हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ और युवती प्रेमी के साथ शादी की जिद पर अड़ गई।
फर्जी आधार कार्ड बरामद
युवती के पास प्रियंका के नाम से फर्जी आधार कार्ड मिला था। इस मामले में पुलिस ने युवक की मां ममता की तहरीर पर युवती के खिलाफ शहर कोतवाली में धोखाधड़ी की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस को फर्जी आधार भी मिला है, जिस पर प्रियंका पुत्री सतपाल लिखा है। सिविल लाइन चौकी इंचार्ज ललित सिंह ने बताया कि वह सोमवार को प्रेमी से मुलाकात कर चुकी है। इससे पहले भी वह दो बार जेल में प्रेमी से मिल चुकी है। युवती के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
जेल की सुरक्षा-व्यवस्था पर खड़े हुए सवाल
युवती फर्जी आधार कार्ड से जेल में तीन बार युवक से मुलाकात कर चुकी थी, लेकिन जेल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। इससे चाक-चौबंध व्यवस्था के दावे की पोल खुल गई है। सवाल उठता है कि चेकिंग के बाद भी युवती फर्जी आधार कार्ड से कैसे मिल पाई? इससे पता चलाता है कि सेटिंग से पूरा खेल चल रहा है। किसी भी नाम से कोई जेल में दाखिल हो सकता है। पिछले दिनों जेलों में हुई घटना के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। इसके बाद भी फर्जी आधार कार्ड से मुलाकात होना स्टाफ की लापरवाही व मिलीभगत की ओर इशारा कर रही है। अभी तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जेल अधिकारी भी खामोश हैं। जेल अधीक्षक आदिति श्रीवास्तव ने बताया कि युवती को जांच के दौरान गेट पर पकड़ा गया था।
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