आतंकियों का बिजनौर कनेक्शन भी... सफेदपोश के बाद अब गैंग्स्टर-आतंकी नेटवर्क तक पहुंची पुलिस
बिजनौर में पुलिस आतंकियों के संबंधों की जांच कर रही है, जिसमें गैंगस्टर और आतंकियों के नेटवर्क का पता चला है। शुरुआती जांच में कुछ सफेदपोश लोगों के ना ...और पढ़ें

बिजनौर में पुलिस आतंकियों के संबंधों की जांच कर रही है, जिसमें गैंगस्टर और आतंकियों के नेटवर्क का पता चला है। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली/बिजनौर। सफेदपोश आतंकी नेटवर्क के बाद अब देश को दहलाने की एक और खतरनाक साजिश का भंडाफोड़ हुआ है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पाकिस्तानी गैंग्स्टर से जुड़े आतंकियों को गिरफ्त में लिया है। लाल किला हमले के बाद पुलिस लगातार आतंकी नेटवर्क की जड़ें तलाश रही है। पाकिस्तानी गैंग्स्टर शहजाद भट्टी के लिए भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने वाले तीन आतंकियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पकड़ा है।
तीनों 25 नवंबर को गुरदासपुर के सिटी पुलिस थाने के बाहर ग्रेनेड हमले में वांछित थे। इन्होंने अमृतसर के टाउन हाल और थाने पर भी ग्रेनेड से हमला करने के लिए रेकी की थी। पाकिस्तान हैंडलर से निर्देश मिलने के बाद ये उन जगहों पर ग्रेनेड से हमला करने वाले थे, लेकिन इससे पहले स्पेशल सेल के आतंक निरोधक प्रकोष्ठ ने तीनों को दबोच लिया। इन्हें पंजाब, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है।
शहजाद भट्टी पाकिस्तान का कुख्यात गैंग्स्टर है। कुछ साल पहले पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइएस से जुड़ने के बाद वह भारत में आतंकी गतिविधियां अंजाम देने लगा। यह माड्यूल पंजाब व उसके आसपास के इलाके में सक्रिय है और पंजाब में कई आतंकी वारदात को अंजाम दे चुका है। शहजाद पाकिस्तान में है या किसी अन्य देश में, सुरक्षा एजेंसियों को इसकी जानकारी नहीं है।
स्पेशल सेल के एडिशनल पुलिस कमिश्नर प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक गिरफ्तार आतंकियों के नाम विकास प्रजापति उर्फ बेटू, हरगुनप्रीत सिंह उर्फ गुरकरणप्रीत और आसिफ उर्फ आरिश है। इनके पास से एक सेमी-आटोमैटिक पिस्टल, 10 कारतूस मिले हैं। इनके मोबाइल फोन में शहजाद भट्टी और उसके विदेश में बैठे माड्यूल के साथ इंटरनेट मीडिया पर हुई आपत्तिजनक चैट भी मिली हैं और अगले टारगेट की रेकी से संबंधित वीडियो मिले हैं।
स्पेशल सेल की टीम भारत में आतंकी गतिविधियों की प्लानिंग में शामिल पाकिस्तानी हैंडलर शहजाद भट्टी पर लगातार नजर रखे हुए है। मानीटरिंग के दौरान टीम को पता चला कि हथियारों की तस्करी के मामले में वांछित विकास प्रजापति अलग-अलग इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म से भट्टी के लगातार संपर्क में है। उसकी लोकेशन पंजाब के गुरदासपुर और फिर दिल्ली की ओर लौटने के रास्ते पर मिली। भट्टी उसे नियमित तौर पर सुरक्षा के लिए अपना फोन बंद करने की सलाह देता था।
48 घंटे की लगातार सर्च के बाद डीसीपी अमित कौशिक व एसीपी कैलाश बिष्ट के नेतृत्व में इंस्पेक्टर राहुल कुमार और विनीत कुमार तेवतिया की टीम ने भट्टी और उसके साथियों द्वारा चलाए जा रहे आतंकी माड्यूल के सदस्य विकास प्रजापति को मध्य प्रदेश के दतिया में इंदरगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ के बाद बाकी दो को फिरोजपुर व बिजनौर से पकड़ा गया।
बिजनौर से गिरफ्तार आसिफ
आसिफ उर्फ आरिश बिजनौर के मच्छमार का रहने वाला है। वह ढाई माह पहले इंस्टाग्राम के जरिये भट्टी के संपर्क में आया था। भट्टी ने उसे पंजाब में ग्रेनेड फेंकने का आदेश दिया और उसे फोटो और लोकेशन मैप भेजा। भट्टी के जरिये वह विकास से भी जुड़ गया। भट्टी ने उसे अगले आदेश का इंतजार करने को कहा था।

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