भाकियू कार्यकर्ताओं ने पुलिस की कार से आरोपित को खींचा, पुलिस ने फटकारी लाठी, हंगामा, संगठन ने दिया धरना
Bijnor News : किरतपुर पुलिस ने जानलेवा हमले के आरोपित कुलदीप को गिरफ्तार कर कोर्ट ले जा रही थी। भाकियू टिकैत के कार्यकर्ताओं ने किरतपुर थाने के बाहर प ...और पढ़ें

किरतपुर क्षेत्र में हंगामे के दौरान किसान व पुलिसकर्मी
संवाद सूत्र, जागरण, किरतपुर (बिजनौर)। किरतपुर पुलिस ने जानलेवा हमले के आरोपित कुलदीप को गिरफ्तार किया था और मंगलवार की शाम पुलिस उसे जीप से कोर्ट लेकर जा रही थी। जैसे ही पुलिस की कार थाने के गेट से निकली, तभी भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के कुछ कार्यकर्ताओं ने कार को रोक लिया और आरोपित को निर्दोष बताते हुए कार से बाहर खींचने लगे।
कार में सवार पुलिसकर्मियों ने थाने के अंदर से पुलिस कर्मियों को पुकारा। पुलिसकर्मियों ने विरोध करने वालों पर लाठी फटकार कर दो को हिरासत में ले लिया। घटना के कारण काफी देर हंगामा हुआ।
रविवार की देर रात राहुल पुत्र जगदीश निवासी गांव शेखपुरा लाला ने किरतपुर थाने में तहरीर देकर बताया कि वह अपने छोटे भाई मोहित के साथ बाइक से अपने घर जा रहा था। गांव ढाकी साधो से पहले कुलदीप, हरदीप, गीते निवासी गांव इस्लामपुर सादात और चार अन्य ने अचानक उनकी बाइक को रोक लिया।
आरोपितों ने मोहित पर लाठी-डंडों से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। आरोपितों के हमले में मोहित के सिर मे गहरी चोट लगी थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की और आरोपित कुलदीप को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार की शाम पुलिस आरोपित को कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए पुलिस निजी कार से लेकर थाने से बाहर निकली।
इस बीच भाकियू टिकैत के कार्यकर्ताओं ने कुलदीप को निर्दाेष बताते हुए कार को घेर लिया और आरोपित को कार से बाहर खींचने का प्रयास किया। जिससे मौके पर हंगामा शुरू हो गया। शोर सुनकर थाना परिसर में मौजूद पुलिस कर्मी बाहर आए और हंगामा करते लोगों को खदेड़ने का प्रयास किया। लेकिन हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने लाठी फटकार कर आरोपित को छुड़ाया और बिजनौर कोर्ट के लिए रवाना किया। कोर्ट ने आरोपित को जेल भेज दिया। थाना प्रभारी पुष्पा देवी ने बताया कि दो लोगों को हिरासत में लिया है।
कार्यकर्ताओं ने शुरू किया धरना
घटना के बाद भाकियू टिकैत से जुड़े कार्यकर्ताओं ने प्रदेश उपाध्यक्ष बाबूराम तोमर के नेतृत्व में थाने के बाहर धरना शुरू कर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इनका कहना है कि वह सिर्फ वीडियो बना रहे थे। पुलिस ने झूठा आरोप लगाकर बेकसूर को हिरासत में ले रखा है। समाचार दिए जाने तक धरना जारी है।

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