Bijnor News : रेलवे क्रासिंग पर रेत से भरी ट्रैक्टर ट्राली का एक्सल टूटा, इतनी देर तक थमा रहा रेल और सड़क यातायात
Bijnor News : नगीना में रेलवे क्रासिंग पर रेत से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली का एक्सल टूटने से यातायात बाधित हो गया। पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्राली को हटाया, जिसके कारण दो ट्रेनें प्रभावित हुईं। स्थानीय लोगों ने क्रासिंग की मरम्मत न होने की शिकायत की। आरपीएफ ने ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

नगीना में रेलवे क्रासिंग के बीच में एक्सल टूटने के कारण फंसी रेत से भरी ट्रैक्टर ट्राली। जागरण
संवाद सूत्र, जागरण नगीना (बिजनौर)। नगीना में मुख्य रेलवे क्रासिंग 471-बी पर सोमवार की सुबह रेत से भरी ट्रैक्टर ट्राली फंस गई और क्रासिंग के बीच में उसका एक्सल टूट गया। पुलिस ने दो ट्रैक्टर व एक क्रेन की मदद से रेत से भरी ट्राली को रेलवे ट्रैक से हटवाया। इस दौरान सरयू यमुना शहीद एक्सप्रेस 10 मिनट व सहारनपुर-मुरादाबाद मेमू ट्रेन 35 मिनट स्टेशन पर खड़ी रहीं। करीब एक घंटा सड़क यातायात बाधित रहा। आरपीएफ ने ट्रैक्टर चालक के खिलाफ रेलवे अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत उसका चालान कर दिया।
थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुर दास उर्फ पटपुरा निवासी कयामुद्दीन स्टोन क्रेशर से रेत बजरी ढोने का काम करता है। कयामुद्दीन सोमवार की सुबह रायपुर सादात से ट्राली में रेत भरकर अपने गांव ला रहा था। जैसे ही उसकी ट्रेक्टर ट्रॉली सुबह करीब 7.16 बजे नगीगा-कोतवाली मार्ग स्थित रेलवे क्रासिंग 471-बी के बीच पहुंची तो ट्राली डाउनलाइन के रेलवे ट्रैक पर फंस गई और उसका क्रासिंग के बीच में एक्सल टूट गया।
गेटमैन ने तत्काल दोनों ओर के इमरजेंसी गेट बंद कर स्टेशन मास्टर को सूचना दी। स्टेशन मास्टर की सूचना पर जीआरपी व आरपीएफ मौके पर पहुंची। पुलिस ने दो अतिरिक्त ट्रैक्टर व एक क्रेन की मदद से रेत से ट्राली का आधा रेत ट्रैक के पास ही उतरवाकर उसे रेलवे ट्रैक से हटवाया। गेटमैन ने बताया कि सुबह 7.16 बजे से 8.20 तक रेलवे व सड़क यातायात बाधित रहा।
स्टेशन मास्टर ने बताया कि इस दौरान सरयू यमुना शहीद एक्सप्रेस ट्रेन को करीब 10 मिनट नगीना रेलवे स्टेशन पर तथा सहारनपुर से मुरादाबाद जा रही मेमू को करीब 35 मिनट आउटर पर रोकना पड़ा। आरपीएफ एएसआई नौबहार सिंह ने ट्रैक्टर ट्राली चालक वहाजुद्दीन को मौके से हिरासत में ले लिया।
राहगीरों ने सुनाई अपनी पीड़ा
फाटक संख्या 471-बी से प्रतिदिन होकर निकलने वाले सतेन्द्र चौहान‚ राजन‚ जोगेन्द्र चौहान‚ अरुण सैनी, वेद प्रकाश एडवोकेट समेत दर्जनों ई-रिक्शा चालकों ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए बताया कि अभी करीब पांच दिन यह रेलवे फाटक दो दिन के लिए व इससे पहले 26 से 29 सितंबर तक चार दिन के लिए बंद हुआ था।
आरोप है कि रेलवे ने छह दिन फाटक पूर्ण रूप से बंद कर खराब स्लीपर व रेल की कंडीशन तो ठीक कर ली, किंतु अभी तक टूटी क्रासिंग के बीच की सड़क को ठीक नहीं किया गया। इस कारण पिछले पांच दिन से यहां पर बड़ी मात्रा में पत्थर व बजरी बिखरी पड़ी हुई है । इन पर फिसल कर दो पहिया वाहन चालक चोटिल व ई-रिश्चा चालक परेशान हो रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।