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    बिजनौर में गंगा का तटबंध टूटने की अफवाह से लोग रहे परेशान, तटबंध से हो रहे रिसाव को बता दिया था कटान

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 08:19 AM (IST)

    Bijnor News सोमवार देर रात्रि से बिजनौर में गंगा का तटबंध टूटने को लेकर अफवाह फैलने से लोगों में दहशत का माहौल रहा। तटबंध से रिसते पानी के वीडियो को कटान बताकर वायरल कर दिया जिससे तटीय गांवों के लोग रात भर छतों पर जागते रहे। सिंचाई विभाग ने तटबंध को सुरक्षित बताया और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

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    रावली-बैराज तटबंध पर गंगा की तेजधार से हो रहे कटान को रोकने के लिए मिट्टी डालकर बनाई दूसरी परत। जागरण

    जागरण संवाददाता, बिजनौर। गंगा के तटबंध के टूटने की अफवाह रात भर फैलती रहीं। तटबंध से रिस रहे पानी को कटान का पानी बताकर लोग सोशल मीडिया पर वायरल करते रहे। इन वीडियो को सच मानकर तटीय गांवों के लोग छतों पर जा चढ़े। प्रशासन द्वारा रात में इन वीडियो के गलत होने का कोई संदेश भी नहीं दिया गया। सुबह लगभग आठ बजे प्रशासन ने तटबंध सुरक्षित होने की बात कही तो ग्रामीणों की जान में जान आई।

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    रावली बैराज तटबंध की मरम्मत का काम तीन दिन से चल रहा है। तटबंध को रोकने के लिए जितनी मिट्टी डाली जाती है उससे ज्यादा गंगा काटकर बहा ले जाती है। तटीय गांव के लोग तटबंध की रोकथाम के लिए खुद भी काम कर रहे हैं। सुबह को तो लोगों को तटबंध पर कम ही आने दिया जा रहा है लेकिन रात को ग्रामीणों की भीड़ तटबंध पर पहुंच गई।

    लोग गंगा की धारा, तटबंध के कटान और रिसाव की वीडियो बनाने लगे और सोशल मीडिया पर वायरल करते रहे। तटबंध के से हो रहे रिसाव को उन्होंने कटान बता दिया। ये वीडियो रात भर तटीय गांव के लोगों के अलावा जिला मुख्यालय के बाढ़ को लेकर संवेदनशील इलाकों में मोबाइल पर दोड़ती रहीं। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो आने के बाद काफी लोगों ने इन्हें सच भी मान लिया और छतों पर जागकर रात गुजारी।

    तटबंध किनारे उबल रहे स्त्रोत

    गंगा तटबंध को अंदर ही अंदर काट रही है। हालांकि सभी स्थानों पर तटबंध रिस नहीं रहा है। कई स्थानों पर तटबंध के दूसरी ओर पानी के स्त्रोत भी फूट रहे हैं। खादर में जलस्तर बढ़ने पर अपने आप ही नदी की धारा से दूर पानी निकलने लगता है। इसे स्त्रोत कहा जाता है। गंगा के खादर से तो एक स्त्रोत कई सालों से निकल रहा है जो कई गांवों से होता हुआ आगे गंगा में ही मिल जाता है।

    सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ब्रजेश मौर्य ने कहा कि तटबंध सुरक्षित है और इसकी मरम्मत का काम लगातार किया जा रहा है। जो भी संसाधन तटबंध के कटान को रोकने में प्रयोग होते हैं वे सब जुटा लिए गए हैं। कोई भी अफवाहों पर ध्यान न दे।

    Disclaimer: इस खबर में तथ्यात्मक रूप से बदलाव किया गया है।