UP News: यूरिया के स्प्रे से सूख गई गन्ने की 20 बीघा फसल, किसान ने सफेद तितली से निजात को कराया था स्प्रे
बिजनौर में एक किसान द्वारा गन्ने की फसल पर यूरिया का स्प्रे करने से 20 बीघा फसल बर्बाद हो गई। किसान ने 10 बीघा जमीन ठेके पर लेकर गन्ने की बुवाई की थी। फसल सूखने से किसान परेशान है और उसने कृषि विभाग से मुआवजे की मांग की है। कृषि विभाग मामले की जांच कर रहा है।
जागरण संवाददाता, बिजनौर। एक किसान ने गन्ने की फसल को बचाने के लिए यूरिया का स्प्रे कराया तो गन्ने की 20 बीघा फसल सूख गई। किसान ने इसमें से दस बीघा भूमि ठेके पर लेकर फसल बोई थी। सारी फसल बर्बाद होने से किसान के घर में मातम जैसा माहौल है। उन्होंने कृषि विभाग से फसल का मुआवजा दिलाने की मांग की है। जिला पंचायत अध्यक्ष साकेंद्र प्रताप सिंह ने किसान के खेत के खेत में जाकर नुकसान को देखा भी।
गांव भरैरा निवासी किसान धर्मेंद्र सिंह और उनकी पत्नी दीपा देवी के नाम पांच पांच बीघा भूमि है। उन्होंने गांव के ही एक किसान की दस बीघा भूमि ठेके पर ले रखी है। उन्होंने सारी भूमि में 0238, 0118, 15023 प्रताति का गन्ना बो रखा था। छह बीघा भूमि में पैड़ी और 14 बीघा भूमि में पौधा था।
धर्मेंद्र सिंह के अनुसार, खेत में कहीं कहीं पर सफेद तितली दिखाई दे रही थी जो फसल को नुकसान पहुंचाती है। इससे निजात पाने और फसल को खाद देने के लिए उन्होंने पिछले सप्ताह ट्रैक्टर वाले टैंक से दानेदार यूरिया का स्प्रे कराया। खेत में छह टैंक स्प्रे हुए। हर टैंक में तीन से साढ़े तीन किलोग्रााम यूरिया डाला।
उन्हें लगा था कि फसल स्प्रे से लहलहा उठेगी, लेकिन अगले दिन से ही पूरी फसल सूखनी शुरू हो गई। 20 की 20 बीघा में खड़ी फसल बर्बाद हो चुकी है। उन्होंने बहुत लागत लगाकर फसल बोई थी और पूरा परिवार खेत में मेहनत कर रहा था। हरी भरी फसल को सूखा देखकर अब आंखों से आंसू निकल रहे हैं। उन्होंने कृषि विभाग से नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की है।
यूरिया के स्प्रे से फसल कभी नहीं सूखती है। किसान ने स्प्रे में कुछ और भी डाला होगा, जिससे गलत रसायन बन गया होगा। खेत का निरीक्षण कर मामले का पता लगाया जाएगा।
-जसवीर सिंह तेवतिया, जिला कृषि अधिकारी
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