अजमल पहाड़ी जिले में मांग रहा था रंगदारी
नजीबाबाद (बिजनौर) : गाजियाबाद पुलिस के हत्थे चढ़े 50 हजार के इनामी नजीबाबाद निवासी अजमल पहाड़
नजीबाबाद (बिजनौर) : गाजियाबाद पुलिस के हत्थे चढ़े 50 हजार के इनामी नजीबाबाद निवासी अजमल पहाड़ी ने भाजपा नेत्री ¨बदू सर्राफ के परिजनों समेत कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों से रंगदारी मांगी थी। उसने डॉक्टर के सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दिया था।
गिरफ्तारी के बाद नजीबाबाद पुलिस उसकी जड़ें खंगालने में लगी है। पुलिस एक प्रॉपर्टी डीलर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मुजफ्फरनगर के कुख्यात बदमाश नफीस कालिया का सक्रिय गुर्गा अजमल पहाड़ी पुत्र महबूब उर्फ मंजूर नजीबाबाद में साल 2012 में हुई डा. शमशाद की हत्या के बाद सुर्खियों में आया था। जेल से छूटकर आने के बाद अजमल पहाड़ी ने धनाढ्य लोगों से रंगदारी वसूलने का काम शुरू कर दिया। नजीबाबाद में पहली बार रंगदारी वसूलने का मामला उस वक्त प्रयास में आया, जब भाजपा नेत्री ¨बदू सर्राफ के पुत्र शुभम सर्राफ से मोबाइल फोन पर 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगी थी। इस प्रकरण में रिपोर्ट भी दर्ज हुई, लेकिन पुलिस अजमल पहाड़ी को गिरफ्तार नहीं कर पाई। इस वजह से शासन स्तर से ¨बदू सर्राफा को गनर भी मुहैया कराया गया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गाजियाबाद पुलिस की पकड़ में शनिवार को आए अजमल पहाड़ी से हुई पूछताछ में चौंकाने वाला सच निकलकर आया। अजमल पहाड़ी गिरफ्तारी से पूर्व एक होटल मालिक, एक पूर्व सभासद, किरतपुर क्षेत्र के एक प्रभावशाली व्यक्ति समेत एक दर्जन से अधिक व्यक्तियों से 20 से लेकर 50 हजार रुपये तक की रंगदारी वसूल चुका था। घेराबंदी के बावजूद नजीबाबाद पुलिस अजमल पहाड़ी को गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। उस पर आइजी की ओर से 50 हजार का इनाम की संस्तुति की गई थी।
अजमल पहाड़ी की गाजियाबाद में गिरफ्तारी के बाद लोकल पुलिस ने पॉपर्टी डीलर अहसान खां को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। अहसान खां वर्तमान में बसपा से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि अजमल एहसान के घर खाना बनाने का काम करता था। इस आड़ में वह छिपकर रह रहा था। नजीबाबाद पुलिस की एक टीम गाजियाबाद पूछताछ कर चुकी है। कोतवाल डीएस धामा ने अहसान खां को हिरासत में लेने की पुष्टि की है।
व्यक्तिगत सिमों का करता था इस्तेमाल
अजमल पहाड़ी नजीबाबाद क्षेत्र में जिस नंबर से फोन कर रंगदारी मांगी, उस मोबाइल का सिम या तो उसके नाम पर था? या फिर उसने अपनी पत्नी के फोन का सिम इस्तेमाल किया था। यही वजह रही, कि गाजियाबाद पुलिस ने सर्विलांस के जरिए दिल्ली से हापुड़ शिफ्ट होने की जुगत में लगे अजमल पहाड़ी को एलीविटेड कालोनी इंदिरापुरम गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया।
आदित्य के बाद अजमल भी बिजनौर पुलिस से हाथ से फिसला
एक लाख का इनामी आदित्य को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। आदित्य ने चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद पचास हजार का इनामी अजमल भी नजीबाबाद पुलिस व क्राइम ब्रांच के हाथ से फिसल गई। बिजनौर पुलिस हाथ मलती रही।