भदोही में बोले योगी - 'कालीन उद्योग कभी बंद होने की कगार पर था, आप सिर्फ एक टैरिफ से डर गए?'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भदोही आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कालीन मेले में उनकी भागीदारी के मद्देनजर, हेलीपैड से एक्सपो मार्ट तक पुलिस बल तैनात किया गया है। सुरक्षा कारणों से इंदिरा मिल चौराहे से चौरी मार्ग पर सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक यातायात बंद रहेगा, केवल आपातकालीन वाहनों को अनुमति दी जाएगी।

भदोही कालीन मेले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होने पहुंचेे।
जागरण संवाददाता, भदोही। कालीन मेले में शनिवार को शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भदोही जिले में पहुंचे। वहीं इसके पूर्व मुख्यमंत्री के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। हेलिपैड से लेकर एक्सपो मार्ट तक डेढ़ किमी का क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील किया गया। इस आयोजन से कारोबारियों को राहत की आस है। ट्रंंप टैरिफ से कारोबारियों को हो रहे नुकसान को लेकर भी आयोजन में चिंंता का माहौल है।
दोपहर में भदोही नगर पालिका में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि "आप सिर्फ एक टैरिफ से डर गए थे। 11 साल पहले, इस क्षेत्र में कालीन क्षेत्र लगभग बंद होने के कगार पर था। भदोही, मीरजापुर और वाराणसी में, कालीन उद्योग अब पुनर्जीवित हो गया है। इसका समर्थन करने के लिए, भदोही में एक कालीन निर्यात मार्ट की स्थापना की गई, जिससे यह कालीन उद्योग का केंद्र बन गया। यह कालीन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रधान मंत्री मोदी द्वारा एक अभिनव प्रयास था। पिछले चार वर्षों में, सीपीसी (कालीन संवर्धन) परिषद) यहां लगातार कार्यक्रम आयोजित कर रही है। आपने देखा होगा कि विदेशी खरीदार इन सीपीसी कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं, जो इस पहल की वैश्विक पहुंच को दर्शाता है।"
पचास प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ से जूझ रहे कालीन उद्यमियों की उम्मीदें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर टिकी हैं। कालीन उद्योग की स्थिति, आवश्यकताएं, मांगों को सरकार को अवगत कराया गया है। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के आंकड़े बताते हैं कि वर्तमान समय देश से लगभग 18000 करोड़ का कालीन निर्यात किया जा रहा है।
इसमें प्रदेश की भागीदारी 28 से 30 प्रतिशत है। जबकि प्रदेश के कालीन निर्यात में भदोही की भागीदारी 70 प्रतिशत से अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष में भदोही, मीरजापुर, वाराणसी की 600 कालीन इकाइयों से 5098 करोड़ का कालीन निर्यात किया गया था। उद्योग से जुड़कर लगभग 20 लाख लोगों की रोजी रोजी चल रही है।
बीते माह लागू प्रदेश सरकार की नई निर्यात नीति में लघु उद्योगों के लिए काफी राहत प्रदान की गई है। इसका लाभ भविष्य में कालीन उद्योग को भी मिलेगा बावजूद इसके टैरिफ से उपजे हालात से निपटने के लिए त्वरित सहयोग की आवश्यकता है।
ऐसे में निर्यात पर दस प्रतिशत प्रोत्साहन राशि की अपेक्षा लंबे समय से की जा रही है। जनपद में व्यवसायिक वातावरण सृजित करने के लिए बुनियादी सुविधाओं, महानगरों की तर्ज पर ड्रैनेज सिस्टम, सड़कों का निर्माण, ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने की जरूरत है।
वैसे तो सुरक्षा की व्यवस्था इंदिरा मिल चौराहे से मार्ट तक रहेगी लेकिन भिखारीपुर अभयनपुर मैदान से मार्ट तक कदम कदम पर पुलिस व कमांडों को तैनात किया जाएगा। शुक्रवार की देर शाम मार्ट में अधिकारियों व जवानों को प्रशिक्षित किया गया। इससे पहले ट्रैफिक पुलिस को यातायात प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित करने के साथ साथ रिहर्सल भी कराया गया।
क्षेत्राधिकारी यातायात राजीव सिंह ने बताया कि इंदिरा मिल चौराहे से चौरी की ओर जाने वाले मार्ग पर सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक यातायात ठप कर दिया जाएगा। कहा सीएम के आगमन व वापसी के बीच सुरक्षा के तहत इंदिरा मिल चौराहे से वाहनों का आवागमन रोका जाएगा। उधर चौरी की ओर मानिकपुर स्थित पेट्रोल पंप से मार्ग डायवर्ट किया जाएगा। इस दौरान एंबुलेंस या किसी अन्य आपात की स्थिति में ही यातायात बहाल किया जाएगा।
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