शहीदों की करो पूजा तो हिदुस्तान बदलेगा
भदोही महोत्सव के दौरान गत शुक्रवार की रात अभयनपुर स्थित मैदान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व मुशायरे का आयोजन किया गया। देश के विभिन्न भागों से आए ख्यातिलब्ध कवियों शायरों ने अपनी रचनाओं से लोगों को आधी रात तक बांधे रखा। राहत इंदौरी महेश दुबे कविता तिवारी सहित आधा दर्जन से अधिक रचनाकारों एक से बढ़कर एक कलाम सुनाए।
जागरण संवाददाता भदोही : भदोही महोत्सव के दौरान शुक्रवार की रात अभयनपुर स्थित मैदान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन किया गया। देश के विभिन्न भागों से आए ख्यातिलब्ध कवियों, शायरों ने अपनी रचनाओं से लोगों को आधी रात तक बांधे रखा। राहत इंदौरी, महेश दुबे, कविता तिवारी सहित आधा दर्जन से अधिक रचनाकारों एक से बढ़कर एक कलाम सुनाए।
तीन दिवसीय महोत्सव के क्रम में देर रात अभयनपुर स्थित मैदान में आयोजित कवि सम्मेलन व मुशायरे में मुंबई से आए शायर राहत इंदौरी ने अपनी शायरी से लोगों को आधे घंटे तक आनंदित किया। उनकी शायरी में देश प्रेम का जज्बा भी देखने को मिला तो हुस्न व इश्क की लज्जतें भी महसूस की गईं।
तेरी हर बात मुहब्बत में गंवारा करके, दिल के बाजार में बैठे हैं खसारा करके-मैं वो दरिया हूं हर बूंद भंवर है जिसकी, तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके। पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए कहा कि दिल्ली में बैठकर करें हम ही अमन की बात करें-तुम भी तो थोड़ी कोशिश लाहौर से करो। इसके अलावा भी कई धमाकेदार रचनाएं उन्होंने सुनाईं। इसी तरह प्रख्यात कवित्री कविता तिवारी ने कहा कि क्षितिज तक शौर्य गूंजेगा तभी दिमाग बदलेगा-उतारो भारती की आरती सम्मान बदलेगा- विवादों में उलझकर कीर्ति मां की मत करो धूमिल-शहीदों की करो पूजा तो हिदुस्तान बदलेगा। इससे पहले उन्होंने अपने काव्य पाठ की शुरुआत करते हुए कहा-कविता की पंक्तियां राष्ट्र जागरण बने-आशीष आप सबसे यही मांग रही हूं। इससे पहले राजस्थान से आए अब्दुल गफ्फार ने भी अपने अंदाज व शायरी से लोगों को खूब लुभाया। डा. निधि, सरला शर्मा, महेश दुबे ने भी अपनी अपनी रचनाओं से छाप छोड़ी। इस मौके पर शहर सहित आसपास क्षेत्रों के सैकड़ों गणमान्य लोगों के साथ हजारों लोग मौजूद थे। आयोजक डा. एके गुप्ता ने लोगों का आभार जताया।
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