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    भदोही में धान खरीद घोटाले में केंद्र प्रभारी से होगी वसूली, व्यापारी को बेच दिया 630 टन सरकारी धान

    By Mahendra DubeyEdited By: Saurabh Chakravarty
    Updated: Thu, 27 Oct 2022 10:19 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के बरवां चौरी केंद्र पर एक साल पहले धान खरीद घोटाले के मामले में आरोपित केंद्र प्रभारी संतोष शुक्ल से 1.23 करोड़ की वसूली की जाएगी। इसके लिए आरसी जारी कर दी गई है।

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    धान खरीद घोटाले के मामले में आरोपित केंद्र प्रभारी संतोष शुक्ल से 1.23 करोड़ की वसूली की जाएगी।

    जागरण संवाददाता, भदोही : उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के बरवां, चौरी केंद्र पर एक साल पहले धान खरीद घोटाले के मामले में आरोपित केंद्र प्रभारी संतोष शुक्ल से 1.23 करोड़ की वसूली की जाएगी। इसके लिए आरसी जारी कर दी गई है। प्रभारी वाराणसी जिले के सिरहिरा, जंसा गांव का निवासी है। इसलिए भदोही डीएम ने वाराणसी जिलाधिकारी को पत्र भेजकर उसकी चल-अचल संपत्ति जब्त कराने को कहा है।

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    धान खरीद सत्र 2021-22 में पीसीएफ के बरवां खरीद केंद्र पर संतोष शुक्ल निवासी सिरहिरा जनपद वाराणसी की तैनाती की गई थी। केंद्र बंद होने के बाद भी केंद्र प्रभारी किसानों को झांसा देकर धान की खरीद करता रहा। पूरे खरीद सत्र में इस केंद्र पर 630 टन धान की खरीद हुई थी। अधिकृत मिलर के यहां धान भेजने में लापरवाही की जांच की गई तो केंद्र प्रभारी ने फर्जी चालान पर 1400 क्विंटल धान भेजा था। इसकी जांच एआर कोआपरेटिव राघवेंद्र शुक्ल से कराई गई तो केंद्र प्रभारी संतोष शुक्ला ने 1.23 करोड़ रुपये का 630 टन सरकारी धान व्यापारियों को बेच दिया था।

    गड़बड़ी सामने आने पर खरीद एजेंसी के सुपरवाइजर ने केंद्र प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था। डीएम के निर्देश पर अब उससे रिकवरी की कार्रवाई शुरू की गई है। एआर कोआपरेटिव ने बताया कि केंद्र प्रभारी से रिकवरी के लिए आरसी जारी कर दी गई है। इसके लिए तत्कालीन जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने जिलाधिकारी वाराणसी को पत्र भेजा है। चल-अचल संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

    अभी भी किसान सीएम पोर्टल पर दर्ज करा रहे शिकायत

    बरवां केंद्र प्रभारी की शिकायत अब भी किसान सीएम पोर्टल पर दर्ज करा रहे हैं। हकीकत यह कि केंद्र बंद होने के बाद भी वह किसानों को झांसा देकर धान की खरीद करता रहा। किसानों को इसकी पर्ची भी दी जा रही थी। पर्ची के आधार पर किसान शिकायत कर रहे हैं। एआर कोआपरेटिव राघवेंद्र शुक्ल ने बताया कि किसानों से कह दिया गया है कि वह सीधे थाने में मुकदमा दर्ज कराएं।