Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भदोही में ढाई सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, बढ़ी तटवर्ती लोगों की धड़कन

    Updated: Sun, 07 Sep 2025 02:45 PM (IST)

    पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश से गंगा का जलस्तर फिर बढ़ रहा है जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। जलस्तर में लगभग 2.5 सेमी प्रति घंटे की वृद्धि हो रही है। हालांकि यह अभी भी चेतावनी स्तर से नीचे है लेकिन पहले दो बार चेतावनी स्तर पार होने के कारण किसान चिंतित हैं।

    Hero Image
    ढाई सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर।

    जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी (भदोही)। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश और नदियों का पानी गंगा में आने से गंगा का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ाव पर हैं। करीब ढाई सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से पानी का बढ़ रहा है। हालांकि अभी पानी चेतावनी बिंदु से काफी दूर है लेकिन पूर्व में दो बार चेतावनी बिंदु पार कर चुके पानी के बाद तीसरी बार बढ़ते जलस्तर को देख किसानों की धड़कन बढ़ चुकी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किसानों का मानना है कि बार बार खेतों में पहुंचने वाले पानी से सब्जियों की फसल तो पहले नुकसान हो चुकी है। अन्य फसल को लेकर भी खतरा खड़ा है। दो बार से बढ़ाव में पहले ही फसलों को पहुंची क्षति से काफी नुकसान सह चुके किसान अब किसी तरह बची रह गई फसल की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। शनिवार को जलस्तर 77.11 मीटर था जबकि रविवार को जलस्तर बढ़कर 77.70 मीटर पर पहुंच गया। चेतावनी बिंदु 80.20 मीटर व खतरे का निशान 81.20 मीटर है।

    यह भी पढ़ें Chandra Grahan 2025 : चंद्रग्रहण के दौरान बदला बाबा दरबार में दर्शन और गंगा आरती का समय, नोट कर लें सूतक का काल

    गंगा का किनारा फसल उत्पादन के मामले में किसानों के लिए किसी खजाने से कम नहीं है। लेकिन जब बाढ़ की भनक लगती है डीघ, ज्ञानपुर व औराई ब्लाक के अंतर्गत स्थित 45 गांवों के लोगों की चिंता बढ़ जाती है। पानी बढ़ने से डीघ ब्लाक के कोनिया क्षेत्र के डीघ, इटहरा, कलिक, मवैया, छेछुआ, भुर्रा, गजाधरपुर, तुलसीकला, धनतुलसी, भभौरी, बहपुरा, कूड़ी आदि गांवों के किसान ज्यादा परेशान होते हैं। कारण इन गांवों के खेतों में कटान शुरू हो जाता है। तटवर्ती खेतों में बोई जाने वाली फसलें डूब जाती हैं। यदि कई दिनों तक पानी खेतों में जमा रह जाता है।

    यह भी पढ़ेंवाराणसी में चंद्रग्रहण का श्राद्ध कर्म पर कोई असर नहीं, घाटों पर पि‍तरों के न‍िम‍ित्‍त तर्पण का काशी में महात्‍म्‍य

    पिछले दिनों दो बार बढ़े गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका था। इससे तटवर्ती गांव के खेतों में पानी पहुंच जाने से किसानों की दलहन, तिलहन के साथ सब्जी आदि की फसल को काफी नुकसान पहुंचा था। अब तीसरी बार बढ़ते जलस्तर को देख किसानों की धड़कन बढ़ चुकी है। धनतुलसी गांव निवासी किसान ज्योतिर्मय पांडेय का कहना रहा कि पहले, दूसरे बाढ़ में ही दलहन, तिलहन सहित सब्जियों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा। किसानों ने दोबारा बोआई की है। यदि पानी खेतों में पहुंचे तो फिर से नुकसान उठाना पड़ सकता है।

    बोले अध‍िकारी

    गंगा का जल स्तर में ढाई से तीन सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ा हो रहा है। बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट किया गया है। हालांकि जलस्तर अभी चेतावनी बिंदु व खतरे के निशान से काफी नीचे हैं। अभी खतरे जैसी कोई बात नहीं है। - सुधीर पाल, अधिशासी अभियंता, नहर। 

    यह भी पढ़ेंवाराणसी में भरी दोपहर‍िया हुई सांध्‍यकालीन गंगा आरती, सूतक काल में पसरा रहा सन्‍नाटा, देखें वीड‍ियो...

    comedy show banner
    comedy show banner