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    कानपुर बैराज से छोड़ा गया 3.50 लाख क्यूसेक पानी, खतरे के निशान से ऊपर बहेगी गंगा, किनारे के गावाें में हाई अलर्ट

    Updated: Fri, 20 Sep 2024 03:18 PM (IST)

    Bhadohi News कानपुर बैराज से गंगा में तीन लाख 50 हजार 250 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से भदोही में गंगा का जलस्तर चार से साढ़े चार मीटर बढ़ने की संभावना है। शुक्रवार की रात से पानी का बढ़ाव शुरू हो जाएगा। जलस्तर बढ़ने से जल प्लावन की स्थिति उत्पन्न होगी इससे जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है।

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    सीतामढ़ी में गंगा में बाढ़ के चलते हुआ कटान।- जागरण

    जागरण टीम, भदोही। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे कानपुर बैराज के 30 गेट खोल दिए गए हैं। बैराज से गंगा में तीन लाख 50 हजार 250 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे भदोही में गंगा का जल स्तर चार से साढ़े चार मीटर बढ़ने की संभावना है। शुक्रवार की रात से पानी का बढ़ाव शुरू हो जाएगा। जलस्तर बढ़ने से जल प्लावन की स्थिति उत्पन्न होगी, इससे जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है।

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    जिलाधिकारी विशाल सिंह ने सीडीओ, सीएमओ, राजस्व विभाग को निर्देश दिया है कि बाढ़ प्रभावित गंगा तटवर्ती गांवों के लोगों के लिए रहने, खाने, उपचार से लेकर मवेशियों के चारे कोई दिक्कत न होने पाए। स्थितियों पर वह बराबर नजर बनाए रखें।

    डीएम ने बाढ़ आपदा में फंसने वाले लोगों को सुरक्षित ठिकाना देने के लिए आवागमन की दृष्टि से सुगम रास्ते पर राहत शिविरों को तैयार करने, उनके खाने, पेयजल से लेकर महिलाओं-बच्चों को रहने की व्यवस्था के साथ शौचालय, स्नानागार, सुरक्षा व अन्य इंतजाम करने को कहा है। ताकि कोई भी राहत सामग्री व उपचार की व्यवस्था को शिविर तक आसानी से पहुंचाया जा सके। इसके साथ ही मवेशियों को लेकर भी कोई संकट न हो, उनके चारे का भी इंतजाम किया जाए।

    अपर जिलाधिकारी कुंवर वीरेंद्र मौर्य ने मुख्य चिकित्साधिकारी को उपचार की व्यवस्था रखने, प्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाकर 102 व 108 एंबुलेंस को तैयार रखने तो पशुपालन विभाग को मवेशियों के चारे की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। सभी उप जिलाधिकारी व तहसीलदारों को अपने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में मुनादी कराने, बाढ़ चौकियों व राहत शिविरों में अधिकारियों, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा है। साथ ही बाढ़ के पानी से प्रभावित फसल की क्षति का आंकलन कराने, सहित अन्य व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। ताकि प्रभावितों को समय से सुरक्षित ठिकाना व राहत दी जा सके। इसके साथ ही जिला कमांडेंट होमगार्ड को आपदा मित्र का प्रशिक्षण हासिल कर चुके सौ होमगार्ड (80 पुरुष व 20 महिला) को राहत बचाव कार्य के लिए तैयार रखने का निर्देश दिया है।

    खतरे के निशान को पार करने की संभावना

    कानपुर बैराज से पानी छोड़ने के बाद गंगा के जल स्तर में चार से साढ़े चार मीटर वृद्धि होने की संभावना जताई गई है। ऐसे में जिले में खतरे के निशान से ऊपर पानी पहुंचने की संभावना है। जिले में मौजूदा समय में गंगा का जलस्तर 78.07 मीटर है। चेतावनी बिंदु 80.20 मीटर तो खतरे का निशान 81.20 मीटर दर्ज है। ऐसे में यदि चार मीटर भी पानी बढ़ा तो 82 मीटर पर पहुंच जाएगा। जो खतरे से निशान से ऊपर होगा। जिले में तीन ब्लाकों से होकर गुजरी गंगा के किनारे 45 गांव हैं।

    यह अधिकारी निभाएंगी जिम्मेदारी

    मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, ज्ञानपुर, औराई व भदोही तहसील के एसडीएम-तहसीलदार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अधिशासी अभियंता नहर, अधिशासी अभियंता बंधी प्रखंड वाराणसी, अधिशासी अभियंता विद्युत, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला कमांडेंट होमगार्ड, जिला अग्मिशमन अधिकारी, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।

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