विटामिन-ए की खुराक देने में इस्तेमाल करें डिस्पोजेबल चम्मच
जागरण संवाददाता, बस्ती : विटामिन-ए की खुराक देने में डिस्पोजेबल चम्मच का ही प्रयोग किया जाना चाहिए। तीन अगस्त से विटामिन-ए संपूर्ण कार्यक्रम संचालित होना है, जिसमें 3.22 लाख बच्चों को विटामिन-ए की खुराक कोरोना प्रोटोकाल के साथ दी जाएगी। प्रभारी सीएमओ डा. एके गुप्ता ने बताया कि अभियान में नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को आच्छादित किया जाना है। उन्होंने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह के तहत विटामिन-ए संपूर्ण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। प्रत्येक बच्चे को विटामिन-ए की नौ खुराक दिए जाने का प्रावधान है, जो छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र के दौरान दी जाती है। विटामिन-ए से जहां कुपोषण से बचाव होता है, वहीं बच्चे के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। बच्चा कई बीमारियों से बच सकता है। प्रभारी सीएमओ ने बताया कि सत्र पर कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराया जाएगा। आशा कार्यकर्ता को इस बात का ध्यान रखना होगा कि शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए एक समय में 10 से अधिक बच्चे वहां जमा न हों। अगर किसी को जुकाम, खांसी व बुखार और सांस लेने मे समस्या है तो वह सत्र पर हरगिज न आए। मास्क का प्रयोग करें। खुराक पिलाने के लिए डिस्पोजेबल चम्मच का इस्तेमाल करें। हाथ साबुन से धोए। बताया कि दिसंबर 2021 में संचालित बाल पोषण माह कार्यक्रम में जिले के 95 प्रतिशत से ज्यादा बच्चों को प्रतिरक्षित किया गया था। इस बार शत-प्रतिशत आच्छादित करने का प्रयास होगा। --- विटामिन-ए की खुराक व जिले का लक्ष्य आयु मात्रा लक्ष्य - नौ माह से 12 माह एक एमएल(आधा चम्मच) 18826 - एक से दो वर्ष दो एमएल (एक चम्मच) 70942 - दो से पांच वर्ष दो एमएल (एक चम्मच) 232713 - जिले का कुल लक्ष्य- 322481 --- विटामिन- ए के लाभ - रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है। - कुपोषण से बचाव करता है। - मानसिक दिव्यांगता रोकने में कारगर - रतौंधी बीमारी को रोकने में कारगर --- मृत्यु दर में आती है कमी : जिला अस्पताल के वरिष्ठ बालरोग विशेषज्ञ डा. प्रणय स्मृति पटेल ने बताया कि साल में दो बार विटामिन-ए की खुराक देने से सभी कारणों से होने वाली मौत में 23 प्रतिशत तक कमी हो जाती है। इसके अलावा खसरे से होने वाली मौत में 50 प्रतिशत, अतिसार रोग से होने वाली मौत में 33 प्रतिशत की कमी होती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने के कारण बच्चा सभी बीमारियों से बचाव होता है। शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता होने पर निमोनिया, इंसेफ्लाइटिस सहित अन्य रोग से ग्रसित होने पर भी नुकसान होने की संभावना काफी कम हो जाती है। बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दिया जाना जरूरी है। इससे वह स्वस्थ व पोषित होते हैं।
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