संगत का जीवन में पड़ता है गहरा असर
बचों की आदतों पर उनके भाई बहनों और मित्रों के व्यवहार तौर तरीकों का व्यापक असर होता है। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता,बस्ती : संगत का असर सब कुछ बदल देता है। संगत अर्थात दोस्ती, मित्रता और साथ। संगत के कारण चाल ढाल, पहनावा, खान- पान, बात करने का तरीका, चरित्र आदि में बदलाव आ जाता है। हमारी संगत का जीवन में गहरा असर पड़ता है। इसलिए संगत अच्छे लोगों का करना चाहिए। जिससे उनकी अच्छाई को हम ग्रहण कर सकें। कहते हैं कि खरबूजा खरबूजे को देखकर रंग बदलता है इस कहावत का अर्थ यह है कि संगत का असर हर किसी पर कम या अधिक होता है।
संगति से मनुष्य जहां महान बनता है, वहीं बुरी संगति उसका पतन भी करती है। अच्छी संगति पारस के समान है। जिस प्रकार पारस के छूने से लोहा भी सोना बन जाता है, उसी प्रकार संगति के प्रभाव से दुष्ट व्यक्ति भी देवता समान बन जाता है, लेकिन यदि व्यक्ति को बुरी संगति मिलती है तो उसका जीवन नारकीय हो जाता है।
मनुष्य का जीवन अपने आस-पास के वातावरण से प्रभावित होता है। मूलरूप से मानव के विचारों और कार्यों को उसके संस्कार व वंश-परम्पराएं ही दिशा दे सकती हैं।
सत्संगति एक प्राण वायु है जिसके संसर्ग मात्र से मनुष्य सदाचरण का पालक बन जाता है। दयावान, विनम्र, परोपकारी एवं ज्ञानवान बन जाता है। संगीता यादव, प्रधानाचार्य, लिटिल फ्लावर्स स्कूल मधुपुरम, गोपालपुर,वाल्टरगंज,बस्ती।

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