18 साल तक धूल झोंकता रहा अब्दुल, राम दुलारे बनकर बेची जमीन; पीएम आवास के लिए भी किया अप्लाई
अब्दुल नामक एक व्यक्ति ने राम दुलारे बनकर 18 वर्षों तक धोखाधड़ी की। उसने इस नाम का उपयोग जमीन बेचने और पीएम आवास योजना के लिए आवेदन करने में किया। इस धोखे का पर्दाफाश होने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अब्दुल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मामले में स्वजन व ग्रामीण चुप्पी साधे हुए हैं। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता भानपुर, बस्ती । गुजरात से बस्ती आकर अब्दुल रहमान खान 18 वर्ष तक पुलिस की आंखों में धूल झोंकता रहा। चौकीदार से लेकर पुलिस तक को उसकी गतिविधियों की भनक तक नहीं लगी। उसने कूटरचित तरीके से मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड ही नहीं बनवाया। बल्कि उसने सोनहा थाना क्षेत्र के छनवतिया निवासी राम दुलारे चौबे की डेढ़ बीघा जमीन भी एक महिला के नाम बेच दी। मामला उजागर होने पर एसपी ने मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी रुधौली स्वर्णिमा सिंह को सौंप दी थी। वे शुक्रवार को छनवतिया पहुंची व राम दुलारे के स्वजन सहित ग्रामीणों के भी बयान लिए।
मामले में स्वजन व ग्रामीण चुप्पी साधे हुए हैं। वे कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं। ऐसे में जांच में कई राज खुलने की संभावना है। भानपुर में इसके पूर्व भी एक व्यक्ति ने चेतरा (सिद्धार्थनगर) बाबा बनकर लगभग सात वर्ष पूर्व उनकी भूमि को बेच दिया था। जानकारी होने पर उनकी शिकायत पर नकली विक्रेता, गवाह व दस्तावेज लेखक तक को जेल जाना पड़ा था। उक्त मामले में शामिल एक मुख्य आरोपित सिहबरा गांव के पास का ही था। इ
तने दिनों तक अब्दुल द्वारा सिहबरा में बिना स्थानीय लोगों के सहयोग से कैसे रहा। उसने प्रधानमंत्री आवास के लिए भी आवेदन किया था। इस दौरान आधार कार्ड सत्यापन हेतु उसने जो मोबाइल नंबर दिया था। वह उसके गुजरात में बने असली आधार कार्ड का था। इस राज का पर्दाफाश तब हुआ जब शक होने पर रेंगी निवासी फूलचंद चौधरी ने जिला निर्वाचन कार्यालय से मतदाता सूची की नकल ली। उनके द्वारा साक्ष्य सहित जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व सोनहा पुलिस से इस बात की शिकायत की है।
शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी रुधौली को सौंप दिया था। सीओ ने बताया कि मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। उनकी मृत्यु कब हुई है। क्या राम दुलारे सिहबरा में एक मस्जिद में रह रहे थे और उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया था। इन पहलुओं की सच्चाई का पता लगाया जा रहा है।

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