Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    15 हजार रुपये रिश्वत लेते दीवान गिरफ्तार, थानाध्यक्ष वाल्टरगंज के आवास में एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 10:50 PM (IST)

    बस्‍ती में भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन टीम) ने वाल्टरगंज के थाना प्रभारी जयवर्धन सिंह के आवास में दीवान राकेश कुमार को 15 हजार रुपये रिश्वत ल ...और पढ़ें

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, बस्ती। भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन टीम) ने वाल्टरगंज के थाना प्रभारी जयवर्धन सिंह के आवास में दीवान राकेश कुमार को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। दीवान ने शिकायतकर्ता से ईंट-भट्ठे पर गाड़ी चलवाने के नाम पर घूस की रकम ली थी। टीम ने थानेदार को भी आरोपित बनाया है। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने दीवान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। थानाध्यक्ष किसी मामले में प्रयागराज गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें


    वाल्टरगंज थाने में तैनात आरोपित दीवान (हेड कांस्टेबल) राकेश कुमार भैंसा बाजार थाना खजनी जनपद गोरखपुर के निवासी हैं। प्रभारी निरीक्षक जयवर्धन सिंह निवासी मधुबनी थाना बैरिया जनपद बलिया के निवासी बताए जा रहे हैं। आरोपित दीवान क्षेत्र में मिट्टी की बुलडोजर से खुदाई व डंपर चलवाने के नाम पर पीड़ित दरौली गांव निवासी मनीष चौधरी से घूस के रुपयों की मांग कर रहा था। काफी मान-मनौव्वल के बाद सौदा 15 हजार रुपये में तय हुआ।

    आरोप है कि थाना प्रभारी ने पैसे सीधे न लेकर दीवान राकेश कुमार को देने के निर्देश दिए। जैसे ही दीवान ने रिश्वत की रकम ली। निरीक्षक विनोद कुमार यादव की एंटी करप्शन टीम ने थानेदार आवास के अंदर ही उसे गिरफ्तार कर लिया। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने मामले की सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो को दी। टीम ने गोपनीय तरीके से शिकायत का सत्यापन किया और आरोप सही पाए जाने पर जाल बिछाया।

    बताया जा रहा है कि वह प्रयागराज गए हैं। टीम ने आरोपित दीवान के पास से केमिकल लगे हुए नोट बरामद किए और उसके हाथ धुलवाए, तो पानी का रंग गुलाबी हो गया, जो रिश्वत लेने का पुख्ता प्रमाण है। कार्रवाई की पुष्टि पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने की है।

    बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति है। किसी भी लोक सेवक द्वारा जनता को परेशान कर रिश्वत की मांग करना अक्षम्य है। दोषी पुलिस कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।