Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Basti News: पुलिस व STF टीम के हत्थे चढ़ी 25 हजार की इनामिया पूर्व प्रधान, गबन के मामले में लंबे समय से थी फरार

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Thu, 19 Oct 2023 01:49 PM (IST)

    पूर्व प्रधान विजय लक्ष्मी चौधरी को वर्ष 2015 से 2020 तक ग्राम पंचायत में विकास कार्यों में अनियमितता बरते जाने व सरकारी धन का गबन करने के मामले में पुलिस काफी दिनों से तलाश रही थी। मामले में कई गिरफ्तार हो चुके हैं। फरार पूर्व प्रधान पर 25 हजार रुपये इनाम घोषित किया गया था। अब एसटीएफ व पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

    Hero Image
    गबन के मामले में पूर्व प्रधान को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार। -जागरण

    बस्ती, जागरण संवाददाता। पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त टीम ने गबन के आरोप में आठ माह से फरार चल रही 25 हजार की इनामिया पूर्व प्रधान विजय लक्ष्मी चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। मामला वाल्टरगंज थाने के पोखरभिटवा गांव का है। यह गिरफ्तारी बुधवार की रात में हुई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह है मामला

    सल्टौआ गोपालपुर विकास खंड के पोखरभिटवा ग्राम पंचायत के बिशुनपुर निवासी अजीत प्रताप सिंह ने जिलाधिकारी से वर्ष 2015 से 2020 तक ग्राम पंचायत में विकास कार्यों में अनियमितता बरते जाने व सरकारी धन का गबन कर लिए जाने की शिकायत की थी। डीएम के निर्देश पर तत्कालीन जिला विकास अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी व तहसीलदार भानपुर की चार सदस्यीय टीम ने स्थलीय निरीक्षण कर भौतिक सत्यापन किया था।

    मामले में मनरेगा व प्रथम राज्य वित्त से लगभग 10 लाख रुपये का गबन की पुष्टि हुई थी। इसके बाद तत्कालीन सहायक विकास अधिकारी पंचायत शिव कुमार लाल श्रीवास्तव की तहरीर पर पुलिस ने तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी राजन चौधरी, रमाकांत वर्मा, निशात अफरोज, मनरेगा तकनीकी सहायक अशोक कुमार चौधरी व पूर्व प्रधान विजय लक्ष्मी चौधरी के विरुद्ध 19 फरवरी 2023 को गबन का मुकदमा दर्ज किया था।

    यह भी पढ़ें, Gorakhpur News: धमकी देकर बदमाश ने तोड़वा दी युवती की शादी, दो साल पहले अपहरण व दुष्कर्म के केस में गया था जेल

    पुलिस ने राजन चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि ग्राम विकास अधिकारी रमाकांत वर्मा, निशात अफरोज (अब सेवानिवृत्त) और तकनीकी सहायक अशोक कुमार चौधरी ने जांच में सहयोग के आश्वासन पर उच्च न्यायालय से विवेचना के दौरान गिरफ्तारी पर स्टे प्राप्त कर लिया था। विवेचना के दौरान पूर्व प्रधान विजय लक्ष्मी चौधरी न तो कभी पुलिस के समक्ष प्रस्तुत हुईं न ही जांच में कोई सहयोग किया।

    लगातार फरार रहने के कारण उनके ऊपर 25 हजार का इनाम भी घोषित हुआ था। थानाध्यक्ष रामदेव ने बताया कि पुलिस व एसटीएफ लखनऊ की संयुक्त टीम ने आरोपित पूर्व प्रधान को बुधवार की रात मुंडेरवा से गिरफ्तार कर लिया। आज उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।

    यह भी पढ़ें, गोरखपुर Police एक्शन में, माफिया विनोद व उसके भाई के खिलाफ दर्ज हुआ एक और मुकदमा; लंबे समय से फरार है बदमाश