UP के इस शहर में जमकर गरजा बुलडोजर, सरकारी जमीन पर बनाया था मकान; तीन ढ़हाये गए
बस्ती के परशुरामपुर में प्रशासन ने सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया। राम सागर मुन्नी देवी और चंद्रावती पर अवैध कब्जे का आरोप था। हिन्दू संगठन ने मंदिर होने का हवाला दिया पर प्रशासन ने मंदिर को नुकसान न पहुंचाने का भरोसा दिलाया। कार्रवाई में आवास योजना के तहत बने मकान भी तोड़े गए। प्रशासन ने भूमिहीन परिवारों को जमीन देने का आश्वासन दिया।

जागरण संवाददाता, मखौड़ाधाम, बस्ती। परशुरामपुर विकास क्षेत्र के पेरीपोखर में शनिवार को प्रशासन ने सरकारी जमीन पर किए गए अतिक्रमण को मुक्त कराया। राम सागर,मुन्नी देवी तथा चंद्रावती पर सरकारी भूमि गाटा संख्या 47 (खाद गड्ढा) पर अवैध कब्जे का आरोप था। न्यायालय के आदेश पर प्रशासन द्वारा उक्त कब्जेदारों को पहले नोटिस दिया गया । उसके बाद टीम गठित कर बेदखली की कार्रवाई की गई।
प्रशासन को कब्जा मुक्त कराने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हिन्दू संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं का आरोप था कि उक्त जमीन पर दशकों से मंदिर बना है जो लोगों की आस्था का केंद्र है। इसलिए उसे गिराना ठीक नहीं है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि मंदिर को तनिक भी नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा।
मंदिर के अलावा जो अतिक्रमण है प्रशासन उसे हटाएगा। इसी बात को लेकर गांव के कुछ लोगों और प्रशासन के बीच बहस होती रही। दोपहर के करीब एक बजे कार्रवाई के लिए पहुंची टीम शाम के लगभग चार बजे अतिक्रमण हटाने में सफल हो पाई। इस दौरान क़रीब सात वर्ष पहले सरकारी आवास योजना के तहत बना मुन्नी देवी का मकान,तीन वर्ष पूर्व बना चंद्रावती का मकान व मंदिर के साथ वर्षाें पूर्व बना रामसागर का मकान ढ़हाया गया।
प्रशासन ने भूमिहीन मुन्नी देवी तथा चंद्रावती के परिवार को गांव में ही घर बनाने हेतु सरकारी जमीन देने का आश्वासन दिया है। तहसीलदार अभयराज ने क्षेत्रीय लेखपाल को भूमि चिंन्हांकन के लिए निर्देशित किया है। नायब तहसीलदार ऋषभ सिंह,क्षेत्रीय कानूनगो विंध्य प्रसाद,लेखपाल चंदन पांडेय, दुर्गेश द्विवेदी , थानाध्यक्ष परशुरामपुर भानु प्रताप सिंह पुलिस टीम के साथ मौजूद रहे।
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