हेल्पलाइन ने भी उसे दिया दगा
बस्ती:न्याय की हर चौखट पर वह गई,जहां उसे उम्मीद की किरण दिखाई पड़ी। पर हर जगह उसकी अनदेखी की गई। मौत
बस्ती:न्याय की हर चौखट पर वह गई,जहां उसे उम्मीद की किरण दिखाई पड़ी। पर हर जगह उसकी अनदेखी की गई। मौत को गले लगाने से 22 दिन पहले पौली गांव की पुष्पा ने वूमेन पावर हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज कराई थी। यहां भी उसे निराशा मिली।
पांच माह तक जमीन पर कब्जे और पिटाई करने वाले पड़ोसियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर वह थानेदार,सीओ,एएसपी,एसपी,एडीएम और डीएम से मिली। यहां तक प्रमुख सचिव श्रीमती रेणुका कुमार का भी पांव पकड़ रोई,लेकिन सब जगह से निराशा मिली। उसके द्वारा दिए गए दो दर्जन से अधिक प्रार्थना पत्र जिले से थाने पर गए। विरोधियों के दबाव में पुलिस ने एक पर भी कार्यवाही नहीं की।
न्याय की लड़ाई में थकी हारी पुष्पा बिल्कुल अकेली पड़ गई थी। गांव में पड़ोसी ताने मार चैन से जीने नहीं दे रहे थे। थाने में जब भी वह हिम्मत बांध कर गई,पुलिस उल्टे उसे ही गलत साबित करने पर तुली रही।
प्रमुख सचिव से मिलने के तीन दिन बाद 19 नवंबर को पुष्पा को न्याय की आखिरी किरण के रूप में वूमेन पावर हेल्पलाइन दिखाई पड़ी। मोबाइल से उसने1090 पर फोन कर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत नंबर 6605 है। यहां दर्ज कराई जाने वाली शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई कर महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षा प्रदान किया जाता है,लेकिन यहां भी उसकी फरियाद अनसुनी कर दी गई।
क्या है वूमेन पावर हेल्पलाइन
यह किशोरियों,युवतियों एवं महिलाओं की हेल्पलाइन है। छेड़खानी,आपत्तिजनक फोन काल,एसएमएस,अथवा एमएमएस के जरिए महिलाओं को परेशान करने की दशा में यह सुरक्षा कवच के रूप में काम करती है। टोल फ्री नंबर 1090 पर फोन कर ऐसे मामलों में पुलिस की मदद ली जा सकती है। यहां दर्ज कराई जाने वाली शिकायत में पुलिस पीड़िता की समस्या के निदान तक उसके संपर्क में बनी रहती है।
यह सही है पुष्पा ने वूमेन पावर हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में यह बात सामने आई है। रही बात आत्महत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही की। अब तक प्रथम दृष्टया जिनको कहीं से दोषी पाया गया,उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। एएसपी की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। प्रकरण में जो भी दोषी पाए जाएंगे,सब दंडित किए जाएंगे।
अनिल कुमार दमेले,जिलाधिकारी
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पुलिस के निशाने पर छह लोग
पुष्पा को आत्महत्या के लिए विवश करने वाल पौली गांव के आधा दर्जन लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजने की तैयारी चल रही है। इनमें से तो कुछ ऐसे हैं,जो बचने के लिए पाला बदलकर पुष्पा के क्रिया कर्म में उसके पति का सहयोग कर रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने बताया पुष्पा को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले कुछ लोग चिन्हित किए गए हैं। इनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। हालांकि यह कौन लोग है इसका खुलासा करने से इनकार कर दिया।
.तो मंत्री के निर्देश पर हुई कार्रवाई
पुष्पा आत्महत्या प्रकरण में पांच दिन बाद आखिर पुलिस और प्रशासनिक अफसर किसके दबाव में जागे। यह सवाल पूरे दिन चर्चा का विषय बना रहा।
हर्रैया क्षेत्र के विधायक और मंत्री राजकिशोर सिंह रविवार को लखनऊ से लौटे तो पौली गांव में जाने का कार्यक्रम लगा दिया। मंत्री के यहां जाने की भनक लगते ही आनन फानन में एसडीएम को हटाने का आदेश जारी कर दिया गया,तो दूसरी तरफ विवेचक और बीट सिपाही भी निलंबित कर दिए गए।
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