बरेली में नोट बदलवाने का झांसा देकर महिला से सामूहिक दुष्कर्म
बरेली में नोट बदलवाने का झांसा देकर तीन युवकों ने महिला को बंधक बनाकर दस दिन तक सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने उनसे ढाई हजार रुपये सुविधा शुल्क भी लिया और मुकदमा दर्ज नहीं किया।
बरेली (जेएनएन)। देश में पांच सौ तथा एक हजार रुपए का नोट बंद होने के बाद लोग अब इसको बदलवाने के नाम पर नाजायज लाभ भी ले रहे हैं। बरेली में नोट बदलवाने का झांसा देकर तीन युवकों ने एक महिला को बंधक बनाकर उससे दस दिन तक सामूहिक दुष्कर्म किया।
इनके चंगुल से किसी तरह से छूटकर भागकर घर पहुंचने के बाद महिला ने परिवार के लोगों को इस मामले की जानकारी दी। एक सिपाही के ढाई हजार रुपया घूस लेने के बाद भी थाना में मामला दर्ज न होने पर पीडि़ता ने एसएसपी ऑफिस में मामले की शिकायत की है।
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बरेली के खुर्रम गांव निवासी महिला का पति बंगलुरू में नौकरी करता है। 11 नवंबर को गांव की एक महिला ने उससे कहा कि उसे 500 व 1000 के नोट बदलवाने शहर के बैंक में चलना है। जिसके बाद महिला उसक साथ शहर आ रही थी। रास्ते में गांव की महिला ने उसे पकौड़ी चाय का नाश्ता कराया। जिसके बाद वह बेहोश हो गई थी। होश आने पर उसने खुद को कासगंज के एक मकान में बंद पाया और गांव की महिला का कहीं पता नहीं था।
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इस दौरान मकान में बंधक बनाकर दस दिन तक उसके साथ तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। 20 को मौका पाकर वहां से भाग निकली और किसी तरह अपने घर पहुंची। जहां उसने उस महिला से शिकायत की और फिर पति को घटना की जानकारी दी। घटना की जानकारी पाकर पति बंगलुरू से अपने गांव आया। पत्नी को लेकर थाने पहुंचा और घटना की तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की
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सिपाही ने लिए ढाई हजार
महिला ने बताया कि वह पति के साथ थाने पहुंची तो वहां पुलिस ने शिकायत तो सुनी पर मामला दर्ज नहीं किया। उन्हें बार-बार बुलाया जा रहा था। इसके बाद एक पुलिसकर्मी ने उनसे ढाई हजार रुपये सुविधा शुल्क भी लिया और मुकदमा दर्ज नहीं किया। जिसके बाद पीडि़ता कल अपने पति के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंची और मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की।
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