Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UPSC Result : रिजल्ट आने से दाे घंटे पहले मां के सामने फूट-फूट कर रोये चौथी रैंक पाने वाले ऐश्वर्य

    By Ravi MishraEdited By:
    Updated: Tue, 31 May 2022 06:51 AM (IST)

    UPSC Topper Aishwarya News पीएससी के परिणाम आने से दो घंटे पहले देश में चौथी रैंक हासिल करने वाले बरेली के ऐश्वर्य अपनी मां के सामने फूट फूट कर रोये।ऐश्वर्य की ये हालत देखकर उनकी मां ने उनके कंधे को थपथपाया और फिर उनका माथा चूमा।

    Hero Image
    UPSC Result : रिजल्ट आने से दाे घंटे पहले मां के सामने फूट-फूट कर रोये चौथी रैंक पाने वाले ऐश्वर्य

    बरेली, जेएनएन। UPSC Topper Aishwarya News : यूपीएससी का परिणाम आने से दो घंटे पहले ऐश्वर्य मां के सामने रोये और बोले कि इस बार भी नहीं हुआ तो क्या होगा, लेकिन मां ने कंधे को थप थपाकर माथा चूमा और बोलीं कि नहीं हुआ तो अगली बार होगा। ऐसे हिम्मत थोड़ी न हारी जाती है। तुम मंजिल के बिल्कुल करीब हो सफलता मिलेगी अभी नहीं तो थोड़ी देरी से परेशान न हो। इसके बाद ऐश्वर्य परिणाम का इंतजार करते हुए बाहर टहलने चले गए। दोपहर डेढ़ बजे जब अचानक दोस्तों की ओर से फोन पर बधाई आने का सिलसिला जारी हुआ तो पूछा कि क्या हुआ। तब दोस्त अमित कंबोज ने बताया कि तुमने यूपीएससी की परीक्षा में देश में चौथी रैंक हासिल की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऐश्वर्य ने बताया कि कुछ समय तो विश्वास नहीं हुआ फिर यूपीएससी की वेबसाइट पर चेक किया। उस समय जो मन में खुशी ने जो हिचकोले लेने शुरू उसे शब्दों ने बयां करना मुश्किल है। तुरंत मम्मी-पापा को फोन कर यह खुशखबरी दी। इसकी जानकारी होते ही आसपास के लोगों का घर पर आकर बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। शाम तक घर में एक पर्व जैसा माहौल बन गया। पिता से बात करते हुए उनकी आंखों से निकलते आंसू एक पिता को होने वाली खुशी का इजहार खुद ब खुद कर रहे थे।

    बहन श्रेया ने कहा कि बाबा महाकाल की कृपा और ऐश्वर्य का धीरज है कि उन्होंने किसी भी मोड़ पर खुद को कमजोर नहीं पड़ने दिया। ऐश्वर्य ने बताया कि बीटेक के अंतिम वर्ष में जब इंटर्नशिप के दौरान गया तभी सिविल सेवा में जाने का मन बना लिया था। वर्ष 2018 में पहली बार जब एटेंप्ट दिया तो प्रीलिम्स ही क्लियर नहीं हुआ। तब पिता ने कहा कि अभी तैयारी में कमी थी, तैयारी करो अगली बार में हो जाएगा।

    धीरज रखा और चौथी बार में फतेह कर लिया मैदान

    ऐश्वर्य ने बताया कि दूसरी बार में प्रीलिम्स पास कर लिया, लेकिन मेंस की परीक्षा पास नहीं हो सकी। मां ने कहा कि इस बार ज्यादा तैयारी की थी तो प्री परीक्षा पास कर ली तो अब और तैयारी करोगे तो मेंस भी निकल जाएगा। तीसरी बार में मेंस में कुछ अंकों से असफलता मिली जो फिर आगे बढ़ने की एक किरण थी इस बार अपना शत प्रतिशत देकर तैयारी की और देश में चौथा स्थान प्राप्त कर लिया।

    पांच जून को होने वाली परीक्षा की चल रही थी तैयारी

    ऐश्वर्य ने बताया कि चार साल से लगातार सिविल की तैयारी करते हुये अब सिर्फ इसी में सफलता हासिल करना है एक मात्र लक्ष्य था। यही कारण था कि भले ही साेमवार को परिणाम जारी होने वाला था लेकिन साथ में अगले महीने पांच जून को होने वाली प्रीलिम्स परीक्षा के लिए तैयारी चल रही थी।

    तनुज और प्रेक्षा ने भी हासिल की सफलता

    अशरफ खां छावनी निवासी तनुज कुमार सुशीला गिरीश गर्ल्स इंटर कालेज में प्रबंधक और वन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. अरुण कुमार भतीजे हैं। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 675वीं रैंक हासिल की है। बताया कि दसवीं की परीक्षा शहर के जय नारायण इंटर कालेज से 66 प्रतिशत और इंटर की परीक्षा एमबी इंटर कालेज से 74 प्रतिशत के साथ पास की थी। बीटेक करने के बाद तनुज सक्सेना के पिता परम कुमार की वर्ष 2010 में बीमारी के चलते मृत्यु हो चुकी है।

    वह अपनी मां प्रीति सक्सेना के साथ पिता द्वारा स्थापित सुशीला गिरीश गर्ल्स इंटर कालेज को संचालित करते हैं। उनकी शादी कुछ वर्ष पूर्व शहर के समाजसेवी सुरेंद्र बीनू सिन्हा की पुत्री कार्तिकेय सक्सेना के साथ हुई थी। बताया कि यह परीक्षा भले ही कठिन लगती हो लेकिन लगन और मेहनत के साथ तैयारी की जाये तो बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी करते हुए भी परीक्षा पास की जा सकती है।

    कर्मचारी नगर निवासी प्रेक्षा अग्रवाल ने इस परीक्षा में देश में 303वीं रैंक हासिल की है। बताया कि शुरुआत में परीक्षा के बारे में ज्यादा जानकारी न होने की वजह से दिल्ली से एक साल की कोचिंग की और फिर घर आकर सेल्फ स्टडी की। उन्होंने यह परीक्षा तीसरे प्रयास में पास की है। वहीं 10वीं और 12वीं की परीक्षा शहर के हार्टमैन कालेज से उत्तीर्ण की है। पिता पीयूष कांत अग्रवाल बीएसएनएल से सेवानिवृत्त हैं और मां संगीता अग्रवाल एलआइसी में कार्यरत हैं।