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    UP Police : आठ साल से तलाश रही पुलिस, एसएसपी बनाएंगे टीम- साल 2018 में हुई थी वारदात

    Updated: Thu, 17 Oct 2024 10:27 PM (IST)

    अदालत ने वर्ष 2018 में मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई शुरू की लेकिन आरोपित सुघड़ पाल कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। अदालत आरोपित के विरुद्ध लगातार गिरफ्तारी वारंट जारी कर रही है। एसपी हाथरस के जरिए भी गिरफ्तारी वारंट भेजा गया लेकिन आरोपित हाथ नहीं आया। कोर्ट ने एसएसपी बरेली को आदेश की प्रति भेज कर पुलिस टीम गठित करके हाथरस भेजने को कहा है।

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    UP Police : आठ साल से तलाश रही पुलिस, एसएसपी बनाएंगे टीम

    जासं, बरेली : अपर लघुवाद न्यायाधीश एसीजेएम ने छह साल पुराने मामले में आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम गठित करने को कहा है। वारदात पांच अप्रैल 2018 की है। वादिनी ने प्राथमिकी में कहा कि वह जरौली कलां थाना सिकंदराराऊ जिला हाथरस की रहने वाली है। फिलहाल सुभाषनगर थाना क्षेत्र में रह रही है। हाथरस में उनकी जमीन है। गांव का ही सुघड़ पाल सिंह व उसके परिवार ने उनके साथ मारपीट की।

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    अदालत ने वर्ष 2018 में मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई शुरू की लेकिन आरोपित सुघड़ पाल कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। तब से करीब छह साल बीत चुके हैं।

    अदालत आरोपित के विरुद्ध लगातार गिरफ्तारी वारंट जारी कर रही है। एसपी हाथरस के जरिए भी गिरफ्तारी वारंट भेजा गया लेकिन आरोपित हाथ नहीं आया। कोर्ट ने एसएसपी बरेली को आदेश की प्रति भेज कर पुलिस टीम गठित करके हाथरस भेजने को कहा है, ताकि हर हाल में आरोपित की गिरफ्तारी सुनिश्चित हो सके। जानकारी के लिए बता दें कि वादिनी फिलहाल सुभाषनगर थाना क्षेत्र में रह रही है।

    चार भाइयों पर लिखी हत्या के आरोप में प्राथमिकी

    संसू, जागरण, भमोरा : गांव इस्लामाबाद में चार भाइयों के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई है। आठ अक्टूबर को राजेश के घर में उसके पुत्र पंकज संदिग्ध अवस्था में कुंडे से लटका मिला था। स्वजन उसे उतारकर डाक्टर के पास ले गए जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया।

    पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया और प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का मानते हुए कार्रवाई नहीं की। मृतक के पिता राजेश ने एसएसपी से शिकायत करते हुए बताया कि उसके पिता ने गांव का मकान बेच दिया था वह उस मकान में अपने पशुओं को रखता है।

    बता दें कि सात अक्टूबर को गांव के ही विरम यादव, गजेंद्र यादव व जितेंद्र यादव उसके गांव वाले मकान पर गए व उन्होंने पंकज को मकान खाली करने की चेतावनी दी। डायल 112 पर सूचना देने पर आए पुलिसकर्मियों ने दोनों पक्षों को समझा कर वापस भेज दिया।

    आरोप है कि आठ अक्टूबर को उसकी पुत्री साक्षी पंकज को चाय देने गई तो घर के अंदर से विरम यादव, विजय यादव, गजेंद्र व जितेंद्र को निकलते देखा। अंदर जाकर देखा तो पंकज कुंडे से लटका था। एसएसपी के आदेश पर बुधवार को देर रात में चारों आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी लिख ली गई है।