UP News: रिटायर्ड वैज्ञानिक से ह्यूमन ट्रैफिकिंग व जॉब फ्रॉड के नाम पर 1.20 करोड़ की ठगी, बरेली में मामला दर्ज
आईवीआरआई के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक शुकदेव नंदी से साइबर ठगों ने बेंगलुरु पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर 1.20 करोड़ रुपये की ठगी की। ठगों ने उन्हें ह्यूमन ट्रैफिकिंग और जॉब फ्रॉड में शामिल होने का डर दिखाया और कहा कि उनके खाते में अवैध धन आया है। इसी बहाने उन्होंने नंदी से पैसे अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए।

जागरण संवाददाता, बरेली। आईवीआरआई के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक शुकदेव नंदी से साइबर ठगों ने बेंगलुरु पुलिस व सीबीआई अफसर बनकर 1.20 करोड़ रुपए की ठगी कर ली।
उन्होंने वैज्ञानिक को ह्यूमन ट्रैफिकिंग व जॉब फ्रॉड करने की बात कहकर डराया और कहा कि उनके बैंक खाते में अवैध धन आया है, जिसकी जांच करनी होगी। इसी के बाद उन्होंने सेवानिवृत्त वैज्ञानिक से 1.20 करोड़ रुपए ट्रांसफर करा लिए। मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी पंजीकृत की गई है।
आईवीआरआई कैंपस निवासी शुकदेव नंदी जनवरी में सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 17 जून को उनके फोन पर वॉट्सएप कॉल आई। उसके प्रोफाइल पिक्चर पर बेंगलुरु सिटी पुलिस का लोगो लगा था।
आरोपी ने कहा कि उनके आधार कार्ड प्रयोग कर फर्जी सिम लिया गया है, जिससे ह्यूमन ट्रैफिकिंग व जॉब फ्रॉड किया गया है। आरोपित ने कहा कि नंदी के बैंक खाते में जो भी धन आया है वह सभी अवैध है।
इसके बाद उसने कहा कि आपको सीबीआई अफसर दया नायक से बात करनी होगी। जब उन्होंने दिए हुए मोबाइल नंबर पर फोन किया तो उसने भी वही बात बताई जो पुलिस ने उन्हें बताई।
ठगों ने धमकाते हुए लहजे में कहा कि आपको अपने बैंक खाते की रकम उनके खाते में भेजनी होगी, उनकी टीम उसका ऑडिट करेगी। इसके बाद वह डर गए और उन्होंने अपने बैंक खाते से पहली बार में 1.1 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए।
इसके बाद साइबर ठगों ने पूछा कि और भी कोई बैंक खाते हैं तो उन्होंने दो और खाते बताए। धीरे धीरे ठगों ने उन खातों से भी करीब 19 लाख रुपए निकाल लिए। वह इसके बाद भी रुपए मांग रहे थे तो वैज्ञानिक ने एसबीआई बैंक से पर्सनल लोन अप्लाई किया लेकिन वह किसी कारण नहीं हो सका।
इसके बाद जब उन्होंने उन दोनों नंबरों को गूगल पर सर्च किया तो कोई जानकारी नहीं मिली। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ। मामले में उन्होंने अब साइबर थाने में प्राथमिकी लिखाई है। पुलिस ने इस प्रकरण में जांच शुरू कर दी है।
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