मोर्चरी में रखा रहा शैतान का शव, कोई अपना कहने वाला नहीं… पुलिस करेगी अंतिम संस्कार
एक व्यक्ति, जिसे 'शैतान' के नाम से जाना जाता था, का शव मोर्चरी में रखा रहा क्योंकि कोई भी उसे पहचानने वाला नहीं था। पुलिस ने पहचान करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब पुलिस ही उसका अंतिम संस्कार करेगी।

जागरण संवाददाता, बरेली। हत्या, डकैती जैसी जघन्य वारदातों को अंजाम देने वाले इनामी शैतान के शव को कोई अपना कहने वाला नहीं। एनकाउंटर के 24 घंटे बाद भी शैतान का शव पोस्टमार्टम में ही रखा रहा। पुलिस ने उसके सभी पतों पर सूचना भिजवाई, लेकिन उसे अपना बताने वाले कोई सामने नहीं आए।
72 घंटे के बाद शैतान के शव का अंतिम संस्कार पुलिस ही कराएगी। वहीं, दूसरी ओर उसके फरार साथी की तलाश में टीमें लगी हुई हैं।
पिछले वर्ष नवंबर में बिथरी चैनपुर के उदयपुर जसरथपुर गांव निवासी कैसर खां के घर पर डकैती हुई थी। घर में घुसे बदमाश तमंचे के बल पर सोने चांदी के जेवर के साथ ही दो हजार रुपये व अन्य सामान लेकर फरार हो गए थे। मामले में बिथरी पुलिस ने चोरी में प्राथमिकी पंजीकृत की लेकिन
जांच में डकैती साबित होने पर डकैती की धारा बढ़ाई गई थी। डकैती की घटना को कुख्यात बदमाश शैतान उर्फ सोल्जर उर्फ इफ्तेखार व उसके साथियों ने अंजाम दिया था। शनिवार को पुलिस ने इसके दो साथी मुरादाबाद निवासी आफताब उर्फ सैफ अली उर्फ गजनी उर्फ नसरीन और शाहजहांपुर निवासी देवेंद्र को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था।
उस वक्त शैतान मौके से फरार हो गया। गुरुवार को पुलिस जब शैतान का पीछा कर रही थी तो उसने अपने साथी के साथ मिलकर पुलिस पर 17 राउंड फायर किए। जिसमें एक गोली कांस्टेबल राहुल को लगी। इसके बाद पुलिस ने 11 राउंड फायरिंग कर शैतान को मार गिराया।
पुलिस के रिकार्ड में शैतान के सात पते सामने आए, पुलिस ने उन सभी पतों पर सूचना भिजवाई मगर वहां से कोई भी उसका शव लेने बरेली नहीं आया। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। जिसमें शैतान के शरीर में दो गालियां लगने की पुष्टि हुई। पहली गोली सीने में और दूसरी गोली सिर में लगी थी। अब 72 घंटे पूरे होने के बाद पुलिस ही उसका अंतिम संस्कार कर देगी।
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