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    यहां आए थे तुलसीदास, इसलिए नाम पड़ा तुलसीमठ

    बरेली: शहर में अलखनाथ मंदिर के पास स्थित इस प्राचीन धार्मिक संस्थान का बड़ा महत्व है। यहां

    By JagranEdited By: Updated: Sun, 05 Aug 2018 09:01 AM (IST)
    यहां आए थे तुलसीदास, इसलिए नाम पड़ा तुलसीमठ

    बरेली: शहर में अलखनाथ मंदिर के पास स्थित इस प्राचीन धार्मिक संस्थान का बड़ा महत्व है। यहां हनुमान जी के विभिन्न स्वरूपों विराजमान हैं। प्राचीन शिवालय भी है, जिसमें सावन के प्रत्येक सोमवार को बड़ी संख्या में शिवभक्त जलाभिषेक करते हैं।

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    यह मठ रामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की परंपरा से जुड़ा है। भगवान श्रीराम के पूजन के साथ ही शोध का केंद्र भी है। यह संस्था धार्मिक क्रियाकलापों के साथ ही सामाजिक, शैक्षिक कार्यक्रम भी संचालित करती है। सुबह-सायं मंदिर में भजन-कीर्तन होते हैं। दशहरा, गोवर्धनपूजा और गुरुपूर्णिमा पर विशेष आयोजन किए जाते हैं।

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    सावन में प्रत्येक सोमवार को शिवालय में जलाभिषेक के लिए काफी भक्त सुबह से ही यहां उमड़ते हैं। इसके लिए मठ पर इंतजाम किए गए हैं। किसी भक्त को कोई असुविधा न हो, इसका ध्यान रखा जाता है।

    -महंत कमल नयनदास, महंत

    सावन में आने वाले शिवभक्तों का सभी सेवादार मिलकर स्वागत करते हैं। मठ के प्राचीन महत्व को देखते हुए बड़ी संख्या में कांवड़िए भी मठ में आते हैं। वे जलाभिषेक करते हैं।

    -रूपलाल पाल, सेवादार

    जागरण संवाददाता, बरेली : सावन के दूसरे सोमवार को शहर के नाथ मंदिरों में जलाभिषेक के लिए कांवड़ियों का हुजूम कछला घाट पर जल लेने रवाना हुआ है। इसके चलते बदायूं रोड पर शनिवार को पूरे दिन कांवड़ियों की आवाजाही बनी रही। जत्थों के रूप में लाउडस्पीकर पर बज रहे भजनों के बीच कांवड़िए बम-बम भोले के उद्घोष के साथ निकल रहे थे।

    शहर से हजारों की संख्या में कांवड़िए जल लेने कछला गए हैं। इनमें तमाम जत्थों के रूप में और बड़ी संख्या में डाक कांवर लेकर रवाना हुए हैं। यह रविवार को कछला से जलभर लौटेंगे। ऐसे में सोवमार को बदायूं रोड पर भीड़ रहेगी। सोमवार को तड़के ये कांवड़िए यहां पहुंचकर नाथ मंदिरों के शिवालयों में जलाभिषेक करेंगे। इसके लिए नाथ मंदिरों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। बदायूं रोड पर जगह-जगह लोगों ने कांवड़ियों के स्वागत का इंतजाम भी किया है। बाला ली सेना के बैनर तले कांवड़ियों का एक जत्था बड़ा बाजार पंजाबपुरा स्थित शिव मंदिर से रविवार शाम को कछला को रवाना होगा। शहर से कई अन्य स्थानों से भी कांवड़िए जत्थे के रूप में रविवार को रवाना होंगे। वहीं, चौपुला पुल पर शनिवार को जाम की स्थिति रही।