UP News: बरेली में आयुष्मान धारक मरीज को डॉक्टर ने आईसीयू से धक्के देकर बाहर निकाला, रास्ते में गई जान
Bareilly News दीपमाला अस्पताल बरेली के डॉक्टर सोमेश मेहरोत्रा ने आयुष्मान योजना पर अभद्र टिप्पणी की। उन्होंने ब्रेन स्ट्रोक की मरीज विजय लक्ष्मी के बेटे से बदतमीजी की और उन्हें धक्का देकर अस्पताल से बाहर निकाल दिया। इस घटना के बाद मरीज की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अस्पताल को आयुष्मान योजना के पैनल से निरस्त करने की संस्तुति की है।

जागरण संवाददाता, बरेली। आयुष्मान योजना पर अभद्र टिप्पणी करने वाले दीपमाला अस्पताल के डा. सोमेश मेहरोत्रा के विरुद्ध जांच शुरू हो गई। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल पहुंचकर नोटिस दिया। उनके अस्पताल को आयुष्मान योजना के पैनल से निरस्त करने की संस्तुति भी कर दी गई। यह कार्रवाई डा. मेहरोत्रा का एक वीडियो प्रसारित होने के बाद हुई।
आरोप है कि उन्होंने आइसीयू में भर्ती ब्रेन स्ट्रोक की मरीज विजय लक्ष्मी के बेटे से अभद्रता की। उन्हें व मरीज को धक्के देकर बाहर निकालने को कहा। बोले, आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने चला आया। सरकारी अस्पताल क्यों नहीं गया। वहां नेता और डाक्टर मिलकर बजट खा जाते हैं। वहां दवा नहीं, चूरन-चटनी मिलती है। इस घटनाक्रम के बाद मरीज को अस्पताल से निकाल दिया गया। दिल्ली ले जाते समय उनकी मौत हो गई थी।
आयुष्मान कार्ड से उपचार कराने के लिए मां को लाए थे
शनिवार को शाहजहांपुर के मिर्जापुर निवासी विजय लक्ष्मी के बेटे मोहन गोविंद गुप्ता ने फोन पर पूरा घटनाक्रम बताया। बोले, सात नवंबर को मां को दीपमाला अस्पताल में भर्ती कराया तब कहा गया कि आयुष्मान कार्ड से उपचार हो जाएगा। इसके बावजूद तुरंत दवा व इंजेक्शन के नाम पर मेडिकल स्टोर से कई दवाएं मंगवाईं। अगले दिन तक एक लाख रुपये से ज्यादा खर्च हो गए। आठ नवंबर को डाक्टर सोमेश मेहरोत्रा को पैसे खत्म होने की मजबूरी बताई।
आयुष्मान कार्ड से इलाज पर बिफरे डॉक्टर
आयुष्मान कार्ड से उपचार की बात पर वह बिफर गए। उसी दौरान वीडियो बना लिया था। वीडियो में वह कहते सुनाई दे रहे कि फ्री में उपचार नहीं, धोखा मिलेगा। छह हजार रुपये के इंजेक्शन की रसीद मांग रहे हो, ताकि उसे तुम बाहर जाकर दिखाओ और शिकायत कर दो।
सीएमओ डा. विश्राम सिंह का कहना है कि दीपमाला अस्पताल का नाम आयुष्मान योजना से निरस्त करने की संस्तुति करते हुए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। एसीएमओ डा. राकेश और डा. लईक अहमद अंसारी को जांच सौंपी गई है। तीमारदार के बयान के आधार पर जांच जारी रखेगी।
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आयुष्मान के लंबित भुगतान की उठी मांग
आयुष्मान योजना के क्रियान्वयन में आ रही व्यवहारिक कठिनाइयों को लेकर शनिवार रात आईएमए भवन में हुई चिकित्सकों की बैठक में नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. राकेश कुमार भी शामिल हुए। चिकित्सकों ने आयुष्मान कार्डधारक मरीजों के उपचार और भुगतान में आ रही कठिनाइयों से अवगत कराया। एसीएमओ ने उनकी बात शासन को पहुंचाने का भरोसा दिलाया।
पिछले चार महीनों से मरीज का पूरा इलाज करने के बाद भी भुगतान समय से नहीं
आईएमए के चिकित्सकों ने कहा कि एमसीआई में उनका पंजीकरण होने के बाद आयुष्मान योजना में शामिल होने के बाद यूपी एमसीआई में पंजीकरण न होने पर मरीज का उपचार करने के बाद भी भुगतान कैंसिल कर दिया जाता है। चिकित्सकों ने यह भी बताया कि पिछले चार महीनों से मरीज का पूरा इलाज करने के बाद भी भुगतान समय से नहीं मिल पा रहा है।
शासन स्तर से जारी गाइड लाइन का पालन
एसीएमओ डा. राकेश कुमार ने बताया कि जिला स्तर पर शासन स्तर से जारी गाइड लाइन का पालन कराया जा रहा है। यह समस्या स्थानीय स्तर की नहीं है। चिकित्सकों की ओर से उठाई गई मांग को शासन तक पहुंचाया जाएगा। बैठक में आईएमए अध्यक्ष डा. आरके सिंह, रतन डा. रतन पाल सिंह समेत तमाम चिकित्सक मौजूद रहे।
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