थाना प्रभारी बनते ही रिदा ने पूरे थाने का किया निरीक्षण, ये शिकायत सुनते ही तुरंत FIR लिखने के दिए निर्देश
बरेली में मिशन शक्ति के तहत छात्राओं को सशक्त बनाने के लिए अनूठी पहल की जा रही है। छात्राओं को एक दिन के लिए थाना प्रभारी बनाया जा रहा है। भमौरा थाने में रिदा, सिरौली थाने में कनिष्का और प्रेमनगर थाने में अंशिता को यह जिम्मेदारी मिली। रिदा और अंशिता ने मुकदमे लिखने के आदेश दिए, जबकि कनिष्का ने करवाचौथ पर एक टूटते हुए परिवार को फिर से मिलाने का काम किया।

जागरण संवाददाता, बरेली। मिशन शक्ति के तहत छात्राओं में उत्साह भरने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए विभागों की प्रभारी बनाया जा रहा है। एक दिन का प्रभारी बनकर छात्राएं उस विभाग के बारे में बेहतर ढंग से समझती हैं और भविष्य में उन्हीं विभागों में काम करने के लिए प्रेरित भी होती हैं।
इसी क्रम में पिछले एक सप्ताह में तीन थानों में तीन छात्राओं को थाना प्रभारी बनाया गया। बतौर थाना प्रभारी किसी दो छात्राओं ने जनसुनवाई के दौरान मुकदमे लिखने के आदेश दिए और एक छात्रा ने करवाचौथ पर टूटते हुए जोड़े को समझाकर फिर से मिलाने का काम किया जिससे यह विभागों में चर्चा का विषय बन गई।
भमौरा थाने में शनिवार को सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ने वाली कक्षा 10 की छात्रा रिदा को एक दिन का थाना प्रभारी बनाया गया। रिदा भमौरा में ही मकरंदपुर रेलवे स्टेशन के पास निवास करती हैं। स्वागत के बाद रिदा ने पूरे थाने का निरीक्षण किया और फिर जनसुनवाई की।
जन सुनवाई के दौरान थाना क्षेत्र के ही एक युवक आया और उसने कहा कि उसकी बहन को भुता के दौलतपुर निवासी सुमित गंगवार अपने साथ ले गया। आरोप लगाया कि उनकी बहन साथ में 20 हजार रुपये व जेवर भी लेकर चली गई। शिकायत सुनते ही छात्रा ने तत्काल मामले में प्राथमिकी लिखने के आदेश दिए।
वहीं, दूसरी ओर सिरौली थाने में भी शनिवार को वसुंधरा इंटर कालेज में पढ़ने वाली 10वीं की छात्रा कनिष्का शर्मा को एक दिन का थाना प्रभारी बनाया गया। कनिष्का ने भी थाने का निरीक्षण किया और इसके बाद जनसुनवाई की। जन सुनवाई के दौरान दंपती थाने आया और एक दूसरे पर आरोप लगाने लगा।
दोनों साथ में रहना नहीं चाहते और एक दूसरे के विरुद्ध प्राथमिकी लिखाने की बात करने लगे। जन सुनवाई में बैठी कनिष्का ने पहले दोनों की बात सुनी और बाद में उन्हें समझाने का प्रयास किया। करीब एक घंटे तक कनिष्का ने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर दंपती की काउंसलिंग की तो दोनों की समझ में आ गया।
दोनों के बीच समझौता हुआ और दोनों गले लगकर भावुक हो गए। उन्होंने बच्ची समेत थाना प्रभारी का धन्यवाद दिया। कहा कि करवाचौथ पर उनका परिवार टूटने से बचा लिया। इसी तरह से प्रेमनगर थाने में सात अक्टूबर को थाना प्रभारी बनी जीआरएम की अंशिता ने भी प्राथमिकी लिखने के आदेश दिए थे।
उस दिन भी जनसुनवाई के दौरान हजियापुर निवासी एक महिला पहुंची और उसने ससुरालियों पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए घर से निकालने की बात कही। उस मामले में अंशिता के आदेश पर चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई थी।
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