बरेली में आग से धधका सेक्रेट हार्ट स्कूल, दो बसों सहित तीन वाहन जलकर हुए खाक
प्रेमनगर सूद धर्मकांटा के पास स्थित सेक्रेट हार्ट स्कूल में सोमवार रात आग लग गई। परिसर में खड़ी दो बसों में सबसे पहले आग भड़की। बिल्डिंग पर लगे एलको पैनल के जरिए थोड़ी देर में ही आग दूसरी मंजिल तक फैल गई।

बरेली, जेएनएन। प्रेमनगर सूद धर्मकांटा के पास स्थित सेक्रेट हार्ट स्कूल में सोमवार रात आग लग गई। परिसर में खड़ी दो बसों में सबसे पहले आग भड़की। बिल्डिंग पर लगे एलको पैनल के जरिए थोड़ी देर में ही आग दूसरी मंजिल तक फैल गई। शोर मचाती हुुई लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस ने लोगों को बिल्डिंग से दूर रखने के लिए फोर्स तैनात की। अग्निशमन विभाग की छह गाड़ियों ने मिलकर डेढ़ घंटे में ही आग पर काबू पा लिया। बस में आग कैसे लगी, इसकी छानबीन शुरू की गई है। प्राथमिक स्तर पर शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई गई है।
सेक्रेट हार्ट स्कूल की मालकिन राधारानी के बेटे निर्भय सिंह ने बताया कि रात 8:30 बजे करीब लोगों ने आग लगी देखी। सूचना पर वह पहुंचे और देखा तो आग दो बसों और एक छोटा हाथी में लगी। उन्होंने प्रेमनगर पुलिस के साथ ही फायरब्रिगेड को सूचना दी। करीब 15 मिनट में जबदक दमकल की गाड़ियां पहुंची और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। करीब 10 दमकल ने आग पर जबतक काबू पाया तबतक तीन वाहन समेत स्कूल के दूसरी मंजिल के छह कमरों में रखा फर्नीचर व कंप्यूटर आदि जलकर खाक हो गए।
एलकोपैनल न होता तो बिल्डिंग में नहीं लगती हाग
पुलिस की माने तो बिल्डिंग में आ लगने का कारण एलको पैनल है। आग पहले बस में लगी थी। बिल्डिंग में एलकोपैनल लगा होने के कारण आग एलकोपैनल के सहारे स्कूल की दूसरी मंजिल तक पहुंच गई। अगर एलकोपैनल न होता तो बिल्डिंग में आग नहीं लगती।
बस में कैसे लगी आग सीएफओ को नहीं आया रास
जानकारी पर सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने निर्भय सिंह समेत आसपास के लोगों से पूछताछ की। पड़ताल की तो पता चला कि आग पहले बस में लगी है। बस कोरोना संक्रमण के पहले से स्कूल के नीचे पार्किंग में ही खड़ी है। उन्होंने बताय कि खड़ी बस में कैसे आग लगी यह उन्हें भी समझ नहीं आ रहा है। मंगलवार को दिन में पड़ताल की जाएगी।
दमकल की छह गाड़ियां पहुंची तीन में बुझ गई आग
घटना की जानकारी पर दकमल की आधा दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल की एक-एक कर तीन गाड़ियों ने करीब डेढ़ घंटे में आग पर काबू पा लिया। जबकि तीन गाड़ियां भरी रह गई।
नहीं था ओवरहेड टैंक न ही अंडरग्राउंड टैंक
सीएफओ ने बताया कि आग काफी भयावह थी लेकिन स्कूल प्रबंधन द्वारा आग पर काबू करने के लिए पर्याप्त साधन भी नहीं थे। इस दौरान देखा गया कही भी पानी की सप्लाई के लिए पाइप लाइन थी। आग बुझाने के लिए न तो ओवरहेड टैंक मिला और न ही अंडरग्राउंड टैंक मिलाहै।
दोपहर में जांच के लिए पहुंचेगी फायर ब्रिगेड टीम
आग बुझाने के लिए बिजली आपूर्ति बंद करा दी गई थी। जिसके चलते पूरी बिल्डिंग में अंधेरा हो गया था। इस दौरान स्कूल में आग बुझाने के लिए अग्निशमनयंत्र की क्या-क्या व्यवस्था थी इसकी भी पड़ताल की जाएगी। अगर अग्निशमन के पर्याप्त संसाधन नहीं मिले तो स्कूल को नोटिस दी जाएगी।
सभी निजी स्कूलों की होगी जांच, अग्निशमन यंत्र हैं कि नहीं
सीअएफ ने बताया कि पिछले एक साल से कोरोना काल के चलते स्कूल बंद है। शहर के सभी निजी स्कूलों की जांच की जाएगी की कहां-कहा अग्निशमनयंत्र के पर्याप्त संसाधन है। जहां भी गड़बड़ी मिलेगी उन्हें नोटिस दी जाएगी। इसी के साथ ही यह भी देखा जाएगा कि जिन स्कूलों में अग्निशमनयंत्र लगे हैं। उनकी डेट तो नहीं निकल चुकी है।
अग्निशमन यंत्र लेकर आए पड़ोसी को लौटाया
इंस्पेक्टर प्रेमनगर अवनीश यादव ने बताया कि आग की शुरूआत होते ही पड़ोस में रहने वाला एक दुकानदार अग्निशमनयंत्र लेकर आग बुझाने पहुंचा। लेकिन गेट पर खड़े निर्भय ने उन्हें सुरक्षा कारणों से वापस लौटा दिया। उनसे कहा कि दमकल को सूचना दे दी है। दमकल की गाड़ियां आएंगी और आग बुझाएंगी। उस दौरान आग आंशिक थी पड़ोसी उसे बुझा लेता। वहीं आग बुझाने के दौरान अखिलेंद्र नाम के युवक को कांच लगने से मामूली चोटें आई हैं।
आग पहले बस में लगी है। उसके बाद एलकोपैनल के जरिए बिल्डिंग में लगी है। कई महीने से खड़ी बस में आग कैसे लगी समझ नहीं आया। मंगलवार को पड़ताल के बाद पता चलेगा।-चंद्रमोहन शर्मा,सीएफओ
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