Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Purnagiri Jan Shatabdi Express accident : इंटरनेट पर ट्रेन समय से पहले टनकपुर पहुंची गई, उधर तेज रफ्तार से पीछे की तरफ चल रही थी ट्रेन

    By Sant ShuklaEdited By:
    Updated: Fri, 19 Mar 2021 12:30 PM (IST)

    ट्रेन शाम 4.15 बजे टनकपुर स्टेशन से चार किलोमीटर पहले होमसिग्नल के पास पहुंची ही थी कि तभी अचानक इंजन की चपेट में एक मवेशी आ गया। जिसकी टक्कर से ट्रेन का प्रेसर पाइप (डीबी सिस्टम) पांच किलोग्राम का फट गया।

    Hero Image
    टक्कर से ट्रेन का प्रेशर पाइप (डीबी सिस्टम) पांच किलोग्राम का फट गया।

     बरेली, जेएनएन।  पूर्णागिरी जनशताब्दी उल्टी दिशा में चलने के मामले में जहां ट्रेन 20 किलोमीटर वापस आ गई। वहीं इंटरनेट में ट्रेन अपने निर्धारित समय से पहले ही टनकपुर स्टेशन पर पहुंचती दिखाई दी थी। दिल्ली-टनकपुर जाने वाली 05326 पूर्णागिरी जनशताब्दी में बरेली सिटी से बुधवार को लोको पायलट मुबारक अंसारी, असिस्टेंट लोको पायलट जितेंद्र कुमार, गार्ड आरसी प्रसाद चढ़े थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ट्रेन शाम 4.15 बजे टनकपुर स्टेशन से चार किलोमीटर पहले होमसिग्नल के पास पहुंची ही थी कि तभी अचानक इंजन की चपेट में एक मवेशी आ गया। जिसकी टक्कर से ट्रेन का प्रेसर पाइप (डीबी सिस्टम) पांच किलोग्राम का फट गया। इंजन का प्रेसर शून्य होने से ट्रेन वहीं खड़ी हो गई।

    लोको पायलट ने ढलान पर खड़ी ट्रेन को बिना चेन व गुटखा लगाए ही रिकवर करने की कोशिश की। सहायक लोको पायलट द्वारा लोड चेक करने की कोशिश करते ही ब्रेकिंग एयरबेस सिस्टम फेल हो गया और ट्रेन बैक हो उल्टी दिशा में चलने लगी। लोको पायलट द्वारा सभी ब्रेक का इस्तेमाल करने पर भी ट्रेन नहीं रूकी, जबकि ट्रेन में मौजूद कई यात्रियों ने चेनपुलिंग भी की, लेकिन ट्रेन का एयरबेस सिस्टम फेल होने के चलते ट्रेन नहीं रूक सकी। ढलान वाला ट्रैक होने के चलते देखते ही देखते ट्रेन ने 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड पकड़ ली। हालांकि कंट्रोल की सूचना पर पूरा ट्रैक क्लियर करते हुए सभी क्रॉसिंग के गेट खोल दिए गए। ट्रैक में मिट्टी, गिट्टी रख उसकी स्पीड धीमी कि गई। ट्रेन पहले बनबसा स्टेशन फिर चकरपुर हॉल्ट से होते हुए खटीमा से करीब पांच किमी पहले नदन्ना नहर के पास जाकर रुकी। ट्रेन में मौजूद यात्रियों को बस से टनकपुर भेजने के बाद मामले में देर रात जहां लोको पायलट व असिस्टेंट लोको पायलट व गार्ड को सस्पेंड किया गया था। वहीं गुरुवार को दो लोको इंस्पेक्टर डीएन वर्मा, एके शर्मा को भी सस्पेंड कर दिया गया। मामले की जांच जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड के तीन सदस्यों की कमेटी द्वारा कराई जा रही है। जिसमें एक ऑपरेटिंग, एक सेफ्टी व एक मैकेनिकल के अधिकारी शामिल है।

    इंजन में थे कुल पांच ब्रेक

    एनईआर के सीनियर लोको पायलट के मुताबिक पूर्णागिरी जनशताब्दी में जो इंजन लगा हुआ था उसमें कुल पांच ब्रेक सिस्टम थे। जिसमें डाइनेमिक ब्रेक, इमरजेंसी ब्रेक, ए-9 ब्रेक, एस-9 ब्रेक व हैंड ब्रेक। इन सबके अलावा बीसीडी ऑपरेट सिस्टम भी था। जिसे रिसेट करके ट्रेन को आसानी से रोका जा सकता था।

    ट्रेन में थे दो लोको इंस्पेक्टर

    रेलवे सूत्रों के मुताबिक जिस समय यह हादसा हुआ ट्रेन में दो लोको इंस्पेक्टर डीएन वर्मा व एके शर्मा भी इंजन में मौजूद थे। जिन्हें भी गुरुवार को सस्पेंड कर दिया गया। हालांकि इस मामले की देर रात तक अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी। मंडल के सभी अधिकारी महाप्रबंधक के वार्षिक निरीक्षण कार्यक्रम में व्यस्त होगी। 

    शुक्रवार से शुरू होगी जांच

    मामले की पूरी जांच के लिए बनाई गई टीम आज टनकपुर पहुंचकर मामले की जांच शुरू करेगी। डीआरएम को इसकी रिपोर्ट देगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीआरएम मामले में कार्रवाई करेंगे।