संजीव गर्ग हत्याकांड में पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग, जल्द किया जाएगा घटना का पर्दाफाश
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के माडल टाउन निवासी प्लाईवुड फैक्ट्री मालिक संजीव गर्ग की हत्या मामले में अभी जहां पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। वहीं मामले में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे है। जिसके दम पर जल्द ही पुलिस घटना का अनावरण कर सकती है।
बरेली, जेएनएन। संजीव गर्ग हत्याकांड अनावरण के काफी नजदीक पुलिस पहुंच गई है। पुलिस इसमें हर एंगल से जांच कर रही है। कही व्यावसायिक प्रतिद्वंदिता के चलते तो उनकी हत्या नहीं की गई, इस दिशा में भी पुलिस की तफ्तीश चल रही है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने पर उद्यमी फतेहगंज पश्चिमी कस्बे के आसपास काफी देर नजर आए हैं। पत्नी को बिजनेस डील पर होने की जानकारी देना इस ओर भी आशंका जता रहा है। सोमवार को सीडीआर रिपोर्ट आने के बाद पुलिस पूरे घटनाक्रम का अनावरण कर सकती है।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के माडल टाउन निवासी प्लाईवुड फैक्ट्री मालिक संजीव गर्ग की हत्या मामले में अभी जहां पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। वहीं मामले में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे है। जिसके दम पर जल्द ही पुलिस घटना का अनावरण कर सकती है। 20 जनवरी को उद्यमी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। वहीं जांच में जुटी कई थानों समेत क्राइम ब्रांच टीम को कई साक्ष्य मिले है। रविवार को पुलिस ने फैक्ट्री से लेकर प्रेमनगर तक रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला। बताया जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज में संजीव गर्ग की गाड़ी फतेहगंज पश्चिमी में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी दिखी। पुलिस ने भिटौरा रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले एक अधिवक्ता के घर पर लगे सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए। जानकारी के मुताबिक वहां से भी संजीव की कार भिटौरा रेलवे स्टेशन की ओर आते-जाते दिखाई दी है।
वहीं दूसरी ओर बताया जा रहा है कि हत्या वाली रात फैक्ट्री से निकलने के बाद जब उनकी पत्नी ने फोन किया तो संजीव गर्ग ने बिजनेस डील के लिए होटल में होने की बात कही थी। वहीं पुलिस के सामने अब एक और बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर संजीव इतनी देर तक कस्बे के इर्द-गिर्द क्यों घूम रहे थे। संजीव के साथ गाड़ी में और कौन-कौन था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने संजीव गर्ग के स्वजनों को बाहरी व्यक्ति से बातचीत करने के लिए साफ मना किया है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि संजीव को बिजनेस डील के बहाने बुलाया गया और उसके बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। पकड़े जाने के डर से आरोपित ने कार में तोड़फोड़ कर दी ताकि हत्या को हादसे में तब्दील कर पुलिस को गुमराह किया जा सके।
क्या बोले अधिकारी: एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि संजीव गर्ग हत्याकांड में कई तथ्य हाथ लगे हैं। लगभग जांच हो चुकी है। सोमवार को सीडीआर आने के बाद जल्द ही घटना का अनावरण किया जाएगा।