Bareilly News; घर में ताला लगाकर 2010 दंगे का मास्टर माइंड मौलाना तौकीर गायब, समन तामील नहीं करा सकी पुलिस, आज कोर्ट में होना है पेश
Bareilly News पांच मार्च को 2010 बरेली दंगे मामले में सभी 13 गवाहों की गवाही पूरी हो गई थी। सभी गवाहों के बयानों के आधार पर अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक कोर्ट-प्रथम रवि कुमार दिवाकर ने मौलाना तौकीर रजा खां को बरेली दंगे का मास्टर माइंड माना। आरोपित को समन जारी करते हुए 11 मार्च को उसे कोर्ट में तलब किया।

जागरण संवाददाता, बरेली। 2010 बरेली दंगे का मास्टर माइंड इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां घर में ताला बंद कर गायब हो गया। पुलिस मौलाना को नोटिस तामील कराने पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला जिससे टीम वापस लौट आई। मामले में सोमवार को अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक कोर्ट-प्रथम में सुनवाई तय है।
एक दिन पहले पहुंची पुलिस
कोर्ट के आदेश के अनुपालन में प्रेमनगर पुलिस रोजाना टालमटोल करती रही। यह तर्क किया जाता रहा कि समन 11 मार्च का है। ऐसे में उससे पहले किसी भी दिन समन तामील करा दिया जाएगा। हैरानी यह है कि इस बीच प्रेमनगर पुलिस मौलाना के घर भी नहीं पहुंची। सिर्फ फोन से ही जानकारी जुटाई जाती रही। ऐन वक्त पर रविवार को टीम पहुंची, तब वही हुआ जिसका अंदेशा था। मौलाना घर से गायब मिला। पुलिस ने भी यही तर्क दिया कि मौलाना के घर पर ना होने के चलते समन तामील नहीं हो पाया।
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अफसर लगातार मौलाना के बनें हैं मददगार
पांच मार्च को किये गए आदेश में न्यायाधीश ने तत्कालीन अफसरों पर तल्ख टिप्पणी की थी। कहा कि तत्कालीन अफसर मौलाना के मददगार बने। मौलाना के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्यों के बाद भी 169 की रिपोर्ट देकर उसे रिहा कराया गया, फिर चार्जशीट में उसका नाम भी शामिल नहीं किया गया। गवाहों के बयानों के आधार पर कोर्ट ने मौलाना को मास्टर माइंड माना। समन तामील ना होने पर फिर चर्चा तेज हो गई कि वर्तमान अफसर भी मौलाना के मददगार बने हुए हैं।
न्यायालय के आदेश के अनुपालन के क्रम में प्रेमनगर पुलिस की टीम मौलाना तौकीर के घर पहुंची थी। घर में ताला बंद कर वह गायब है, इसलिए पुलिस नोटिस तामील नहीं करा सकी। - संदीप सिंह, सीओ, प्रथम

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