जानिए कौन है ओलंपियन प्रियंका गोस्वामी, जिनसे निभाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वादा
Narendra Modi Inside Story पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल के कार्मिक विभाग में कार्यालय अधीक्षक लेवल-छह के पद पर कार्यरत प्रियंका गोस्वामी मेरठ की रहने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मेरठ में स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया।

बरेली, जेएनएन। Narendra Modi Inside Story : पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल के कार्मिक विभाग में कार्यालय अधीक्षक लेवल-छह के पद पर कार्यरत प्रियंका गोस्वामी मेरठ की रहने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मेरठ में स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री भी मौजूद रहें। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों से भी वार्ता की। वहीं उन्होंने ओलंपियन प्रियंका गोस्वामी से मुलाकात करते हुए अपना वादा भी पूरा किया।
इस दौरान प्रियंका ने प्रधानमंत्री से कहा कि सर, मैं आपको धन्यवाद कहना चाहूंगी। क्योंकि आपने जो मुझे वादा किया था। वह आज पूरा किया है। टोक्यो ओलंपिक के बाद प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों से मुलाकात के दौरान प्रियंका से वादा किया था कि वह मेरठ आने पर उनसे जरूर मुलाकात करेंगे। मुलाकात के दौरान प्रियंका ने प्रधानमंत्री को रामायण भी तोहफे में दी। इस दौरान उनका परिवार भी साथ में रहा।
दरअसल, टोक्यो ओलंपिक में पैदल चाल खिलाड़ी प्रियंका गोस्वामी ने मेडल भले ही ना जीता हो लेकिन उनके खेल ने हर किसी का दिल जीत लिया था। इससे पहले 27 जून को मन की बात में भी प्रधानमंत्री ने प्रियंका का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने मेरठ की एथलीट प्रियंका गोस्वामी का जिक्र करते हुए सराहना की थी। उधर रेल मंत्री ने भी इसे ट्वीट किया है।
जीत पर किया था बड़ा एलान
इस बार टोक्यो ओलंपिक में इज्जतनगर रेल मंडल की खिलाड़ी प्रियंका गोस्वामी ने प्रतिभाग किया था। छह अगस्त को पदक के लिए वह राजस्थान की भावना जाट के साथ मैदान पर उतरी थी।प्रियंका की जीत के लिए रेल मंडल ने इनाम घोषित किया था।कहा था अगर प्रियंका कोई भी पदक ओलंपिक में जीतती हैं तो रेलवे उन्हें रुपयों के साथ ही आउट आफ टर्न प्रमोशन भी देगा।
प्रियंका के नाम हैं कई उपलब्धियां
प्रियंका ने 2011 में प्रदेश स्तरीय पांच किलोमीटर पैदल चाल में स्वर्ण पदक जीता, अंडर -18 आयु वर्ग में तीन स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य पदक जीते। अगस्त 2014 में नार्थ जोन में 10 किमी पैदल चाल को 48 मिनट 30 सेकेंड में पूरा कर नया रिकार्ड बनाया। जो कि अब तक कायम है। 2016 में इटली के रोम में हुई वर्ल्ड वाकिंग टीम चैंपियनशिप में हिस्सा लिया।
21 की उम्र में रचा था इतिहास
महज 21 साल की उम्र में खेल स्पर्धा पैदल चाल में प्रतिभाग किया। कड़ी मेहनत और मजबूत इच्छाशक्ति के दम पर उन्होंने इतिहास रच दिया। 2011 में प्रियंका ने अपना करियर का सफर शुरू किया। ओलंपिक क्वालीफिकेशन में राष्ट्रीय रिकार्ड बनाते हुए ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
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