16 वर्ष पहले आधार कार्ड और 10 साल पूर्व बनवाया राशन कार्ड.... 65 साल बाद पकड़ी गई पाकिस्तानी महिला फरहत
65 साल पहले पाकिस्तान से आई फरहत नाम की महिला को पुलिस ने अवैध रूप से रहने के आरोप में पकड़ा है। 1961 में वह आठ महीने की उम्र में अपनी मां के साथ दीर्घकालिक वीजा पर आई थी और यहीं बस गई। उसने फर्जी दस्तावेजों से आधार कार्ड और राशन कार्ड बनवा लिया था। उसके सात बच्चे हैं और वह अपने परिवार के साथ सूफी टोला में रहती है।

जागरण संवाददाता, बरेली। करीब 65 वर्ष पहले दीर्घकालिक बीजा पर पाकिस्तान से भारत आई आठ माह की बच्ची कभी अपने देश लौटी ही नहीं। अब वह यहीं एक परिवार की मुखिया है। उसके चार लड़कियां और दो बच्चे भी हैं। उसके पास भारत में बना आधार कार्ड और राशन कार्ड भी है।
फरहत नाम की यह महिला पुलिस के हत्थे उस समय चढ़ी जब अवैध तरीके से भारत में रह रहे पाकिस्तानी, बांग्लादेशी और रोहिंग्या की तलाश मुहल्लों में की जा रही थी। इस महिला के विरुद्ध अब पुलिस ने प्राथमिकी पंजीकृत की है।
पुलिस के मुताबिक, दारोगा सौरभ अपने क्षेत्र में रोहिंग्या व बांग्लदेशियों की तलाश में लोगों का सत्यापन कर रहे थे। उन्हें सूचना मिली कि पाकिस्तान की रहने वाली फरहत सुल्ताना जोकि वर्तमान में सूफी टोला में रह रही है, उसने फर्जी दस्तावेज के सहारे करीब 16 वर्ष पहले आधार कार्ड और 10 वर्ष पहले राशन कार्ड बनवा लिया था। इन कागजात के जरिये वह सरकार की योजनाओं का लाभ भी ले रही है।
मामले में गहनता से जांच की गई तो पता चला कि महिला वर्ष 1961 में बरेली अपनी ननिहाल में मां के साथ दीर्घकालिक वीजा पर आई थी। उस वक्त वह आठ माह की थी, तब से वह यहीं पर रही है।
1961 में दीर्घकालिक वीजा पर अपनी मां के साथ बरेली आई थी फरहत
वर्ष 1985 में उसने सूफी टोला निवासी शाहिद खलील से निकाह भी कर लिया। इसके बाद फरहत के सात बच्चे हुए इसमें पांच लाड़कियां और दो लड़के थे। सबसे छोटी बेटी का निधन हो गया और एक बेटी का गाजियाबाद में निकाह हो गया। अब तीन बेटियां और दो बेटे फरहत के साथ रहते हैं। परिवार के गुजर बसर के लिए बेटियां जरी का काम करती हैं और बेटे मेहनत मजदूरी करते हैं। पुलिस ने दारोगा सौरभ के शिकायती पत्र पर आरोपित महिला के विरुद्ध बारादरी थाने में प्राथमिकी लिख ली है।
पाकिस्तान में कराची निवासी है महिला
तक की पूछताछ में सामने आया है कि महिला पाकिस्तान में कराची की रहने वाली है। जब वह अपनी मां सुल्ताना अंजुम के साथ बरेली आई तो उस वक्त उसकी बहन नुसरत भी साथ में थी। उस वक्त नुसरत की उम्र करीब ढाई वर्ष थी। मां नुसरत को अपने साथ ले गई और फरहत को नाना के पास ही छोड़कर चली गई थी। वर्तमान में फरहत की उम्र करीब 65 वर्ष है। पुलिस का कहना है कि मामले में गहन विवेचना के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जुलाई में समाप्त हो जाएगा बीजा
पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया है कि महिला का वीजा इसी वर्ष जुलाई में समाप्त हो रहा है। हालांकि, इसके रिन्यूवल के लिए वह दोबारा से भी आवेदन करेंगी। बताया जा रहा है कि महिला ने पूर्व में भारतीय नागरिकता को भी आवेदन किया था मगर वह नहीं मिली। तीन साल से पति से चल रहा है अलगाव : महिला का अपने पति से पिछले करीब तीन वर्षों से अलगाव चल रहा है। जिसकी वजह से अपने बेटे और बेटियों के साथ ही रहती हैं। परिवार के गुजर बसर के लिए बेटे मेहनत मजदूरी करते हैं और बेटियां घर में जरी का काम कर रही हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।