रुविवि : अब साल में दो बार होंगे पीएचडी दाखिले
रुहेलखंड विश्वविद्यालय पीएचडी दाखिले की व्यवस्था में बदलाव करेगा। अब नेट जेआरएफ उत्तीर्ण और नेशनल फेलोशिप वाले अभ्यर्थियों को साल में दो बार दाखिले का मौका दिया जाएगा। यह परीक्षा जनवरी और जुलाई में कराने की तैयारी है।

बरेली,जेएनएन। रुहेलखंड विश्वविद्यालय पीएचडी दाखिले की व्यवस्था में बदलाव करेगा। अब नेट जेआरएफ उत्तीर्ण और नेशनल फेलोशिप वाले अभ्यर्थियों को साल में दो बार दाखिले का मौका दिया जाएगा। यह परीक्षा जनवरी और जुलाई में कराने की तैयारी है। वहीं, सामान्य टेस्ट के जरिए प्रवेश लेने वालों के लिए वर्तमान व्यवस्था के तहत जुलाई में मौका दिया जाएगा। रिजल्ट आने के बाद दाखिले की प्रक्रिया भी एक ही दिन में पूरी की जाएगी। कुलपति ने इसकी कार्ययोजना बनानी शुरू कर दी है।
रुहेलखंड विवि से संबद्ध 548 महाविद्यालय संचालित हैं। इनमें 20 विषयों में पीएचडी की करीब 455 सीटें हैं। पिछले कई साल से दाखिले की व्यवस्था बेपटरी हो गई है। इसीलिए 2019 की प्रक्रिया में नेट जेआरएफ और फेलोशिप वाले अभ्यर्थियों के प्रवेश भी अटके हुए हैं। अब ऐसे अभ्यर्थियों के लिए साल में दो बार पीएचडी दाखिले की तैयारी है।
एक ही दिन में इंटरव्यू, एडमिशन
कुलपति प्रो. केपी ङ्क्षसह ने बताया कि एक ही दिन में पीएचडी दाखिले की प्रक्रिया पूरी कराने की योजना है। यानी जिस दिन रिजल्ट जारी होगा, उसी दिन इंटरव्यू, एडमिशन और थीसिस का टॉपिक तय हो जाएगा। जिससे अभ्यर्थी समय से अपना कोर्स वर्क शुरू कर सकेंगे।
ऑनलाइन फीस और थीसिस जमा करने की सुविधा
फीस लेकर थीसिस जमा करने की प्रक्रिया भी ऑनलाइन करने की योजना है। इसके लिए नया सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा। यदि कोई शोधार्थी अपनी थीसिस का परीक्षण किसी विदेश के परीक्षक से कराना चाहेगा तो उसकी सुविधा भी दी जाएगी। ऑनलाइन परीक्षक भी अलॉट किए जाएंगे।

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