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    वीजा रिन्युअल में फर्जी दस्तावेज लगाने वाला नाइजीरियन छात्र गया जेल, ऐसे पकड़ा गया था फर्जीवाड़ा

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 06:02 PM (IST)

    बरेली में, वीजा नवीनीकरण के लिए फर्जी दस्तावेज का उपयोग करने पर रुहेलखंड विश्वविद्यालय के एक नाइजीरियाई छात्र युसुफ बाला मुस्तफा को गिरफ्तार किया गया है। उसने ऑनलाइन आवेदन में जाली एफआरआरओ प्रमाण पत्र अपलोड किया था। पुलिस उसके फरार साथी की तलाश कर रही है, जिसने इस फर्जीवाड़े में उसकी मदद की थी। आरोपी को धोखाधड़ी के आरोप में जेल भेज दिया गया है।

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    जागरण संवाददाता, बरेली। वीजा रिन्यूअल के लिए फर्जी दस्तावेज का प्रयोग करने वाले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के नाइजीरियन छात्र युसुफ बाला मुस्तफा को बारादरी पुलिस ने जेल भेज दिया है। उसके फरार साथी की तलाश के लिए एक टीम को लुधियाना भेजा गया है। फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कराने के आरोप में उसे भी जेल भेजा जाएगा।

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    पुलिस के मुताबिक, नाइजीरिया देश का नागरिक युसूफ बाला मुस्तफा छात्र वीजा पर 19 जनवरी को भारत आया था। यूसुफ ने 31 जनवरी को पंजाब की सिटी यूनिवर्सिटी लुधियाना में बीसीए कोर्स में प्रवेश लिया। इसके बाद 19 जुलाई को महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में बीएमएस प्रथम वर्ष में प्रवेश प्राप्त किया। युसुफ की वीजा अवधि 23 दिसंबर 2024 से 22 दिसंबर 2025 तक की है।

    इसलिए 45 दिन पहले उसने वीजा की अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन किया, लेकिन उसने आनलाइन आवेदन में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) फर्जी प्रमाण पत्र अपलोड किया। सत्यापन के दौरान उसे पकड़ लिया गया। इसके बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि, जब सिटी यूनिवर्सिटी लुधियाना से एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में बीएमएस में प्रवेश लिया तो नियम अनुसार विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) से स्थानांतरण पंजीकरण प्रमाण पत्र एवं एनओसी प्राप्त किया था।

    यहां आने के बाद ऐसा नहीं किया, जबकि यहां आने पर उसे लुधियाना से एक एनओेसी लेकर उसे यहां से प्रमाण पत्र प्राप्त करना था। अब जब युसुफ का वीजा समाप्त होने की स्थिति में आया तो उसने वीजा विस्तार के लिए आवेदन किया। वहां पर क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) लखनऊ का प्रमाण पत्र मांगा गया जो युसूफ ने फर्जी तैयार कर लगा दिया।

    इस मामले में उसकी मदद साउथ सूडान निवासी अयूब अली ने की। पुलिस अब उसकी तलाश में भी लगी है। मामले में एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि आरोपित को फर्जीवाड़ा कर दस्तावेज तैयार करने के आरोप में जेल भेजा गया है।