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Love Jihad in Bareilly: बरेली में तेजी से फैल रहा लव जिहाद का जाल, हर माह औसतन सात हिंदू लड़कियां हो रहीं शिकार

पिछले छह माह के आंकड़ों की बात की जाए तो करीब 250 नाबालिगों के केस सामने आए थे। इसमें से करीब 46 लड़कियां ऐसी थी जिन्हें बहला फुसलाकर दूसरे धर्म के युवक अपने साथ ले गए। यानी हर माह करीब सात किशोरियों को लव जिहाद का शिकार बनाया गया।

By Vivek BajpaiEdited By: Published: Thu, 14 Jul 2022 07:46 AM (IST)Updated: Thu, 14 Jul 2022 07:46 AM (IST)
Love Jihad in Bareilly: बरेली में तेजी से फैल रहा लव जिहाद का जाल, हर माह औसतन सात हिंदू लड़कियां हो रहीं शिकार
पुलिस बहलाकर ले जाने का मामला दर्ज कर पल्‍ला झाड़ लेती है।

बरेली, (रजनेश सक्‍सेना)। 46 हिंदू किशोरियां जनवरी 2022 से 10 जुलाई तक लव जिहाद के जाल में फंस गईं। जिले में चौंकाने वाला यह आंकड़ा सुनियोजित षडयंत्र की गहरी जड़ों की ओर संकेत कर रहा है। पुलिस भले ही इन मामलों में बहलाकर ले जाने का मुकदमा दर्ज कर पल्‍ला झाड़ लेती है लेकिन, सच पीड़‍िताओं के बयानों से सामने आता है। बाल कल्‍याण समिति के सामने इनके बयान दर्ज कराए जा चुके हैं। जिनमें अधिकतर लड़कियों ने स्‍वीकार किया कि उन्‍हें धोखे में रखा गया और फिर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया। 

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पिछले छह माह के आंकड़ों की बात की जाए तो करीब 250 नाबालिगों के केस सामने आए थे। इसमें से करीब 46 लड़कियां ऐसी थी जिन्हें बहला फुसलाकर दूसरे धर्म के युवक अपने साथ ले गए। यानी हर माह करीब सात किशोरियों को लव जिहाद का शिकार बनाया गया। इसमें कई लड़कियों का मतांतरण भी कराया गया। बयान दर्ज कराने पहुंची आठ लड़कियों ने बताया कि मुुस्लिम लड़कों ने खुद को हिंदू बताकर संंबंध बनाए थे। घर छोड़ने के बाद हकीकत पत चली।  पांच लड़कियों को घर में चोरी के लिए भी उकसाया। घर छोड़ने से पहले उनसे जेवर व नकदी लाने को कहा था। शहर के एक नेता की बेटी भी फंस गई। सीसीटीवी कैमरे लगाने के नाम पर आए मुस्लिम लड़के ने किशोरी से प्रेम संबंध बना लिए। 26 जून को किशोरी  रात में नकदी व जेवर लेकर घर से निकल गई। आरोपित दाऊद ने उसे अपने घर रखा। पकड़े जाने के बाद 28 जून को किशोरी के बयान हुए तो उसने बताया कि इसमें दाऊद के घर वाले भी शामिल थे। इसके बाद पुलिस ने दाऊद को दुष्‍कर्म व पाक्‍सो की धाराओं में जेल भेज दिया। 

खुद को हिंदू बताकर संबंध बनाए, गर्भवती होने पर निकाह का दबाव बनाया: शहर के एक थाना क्षेत्र की रहने वाली 15 वर्ष की युवती को उसी थाना क्षेत्र के रहने वाले आमिर ने हिंदू नाम बताकर जान पहचान बढ़ाई। उसके मोहल्ले में चक्कर काटने लगा, कई बार किशोरी से मिलने की कोशिश की। बाद में उसे बरगलाने में सफल हो गया। गिफ्ट के तौर एक मोबाइल दिया और बातचीत करने लगा। धीरे-धीरे उसने युवती का पूरी तरह से ब्रेनवाश कर दिया और देश दुनिया घुमाने के सपने दिखाने लगा। आमिर ने कहा कि वह उसे यहां से बाहर लेकर जाएगा, रानी की तरह रखेगा। एक रात वह किशोरी को अपने साथ लेकर पंजाब चला गया। वहां जाकर उसके साथ निकाह किया। जब उसने निकाह की बात कही तो किशोरी को उसकी हकीकत पता चली। कहा कि वह तुमने तो हिंदू बताया था। इसके बाद उसने फिर से उसे बहला फुसलाना शुरू किया और निकाह कर लिया। बाद में वह गर्भवती भी हो गई। युवक ने उसकी मां-बाप से बात करने पर भी रोक लगा दी। किसी तरह से उसने संपर्क किया और पूरी कहानी बताई। इसके बाद मां-बाप ने रिपोर्ट दर्ज कराई और उसे पंजाब से लेकर आए। इस समय युवती करीब पांच माह की गर्भवती है।

सहेली के प्रेमी के माध्यम से बढ़ाया संपर्क, चोरी भी कराई: जिले के एक थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली किशोरी पर जब बारिश की नजर पड़ी तो उसने उसकी दोस्त के प्रेमी से संपर्क बढ़ा लिया। धीरे-धीरे हिंदू नाम बताकर दोस्ती की और बातचीत शुरू कर दी। कुछ महीनों तक बातचीत के दौरान उसने किशोरी का पूरी तरह से ब्रेनवाश कर दिया और अपने साथ चलने के लिए तैयार भी कर लिया। बारिश ने किशोरी का यहां तक ब्रेनवाश किया कि उससे चोरी करने तक को मना लिया। जिस रात किशोरी घर से निकली तो काफी कैश और जेवर लेकर निकली। बाद में स्वजनों ने शक के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कराई तो वह बरामद हो सकी। बारिश पर पाक्सो के तहत कार्रवाई की गई और उसे जेल भेज दिया गया।

बाल कल्याण समिति की सदस्य डा. राखी चौहान ने बताया कि पिछले माह ही ये दोनों लड़कियां बयान दर्ज कराने को पहुंची थी। उन्होंने अपने बयान में पूरी कहानी बताई थी। फिलहाल दोनों को उनके मां-बाप के सुपुर्द कर दिया गया है। इन दोनों किशोरी की प्रति माह तारीख लगाई गई है। हर माह वह बाल कल्याण समिति पहुंचती है।

बाल कल्‍याण समिति के अध्‍यक्ष दिनेश चंद्रा ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष इस तरह के मामले बढ़े है। हर माह करीब छह से सात तक आ जाते है। बयान दर्ज होने के बाद उन्हें परिस्थिति के अनुसार उनके मां-बाप या किसी आश्रय गृह में भेज दिया जाता है।


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